टीओटी कार्यशाला को संबोधित करते हुए सीएमएचओ डॉ. गोयल ने कहा कि प्रथम चरण टीकाकरण के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया जा चुका है, लेकिन आगामी फेज में वृहद स्तर पर किए जाने वाली टीकाकरण के प्रबंधन और तैयारिया हमें हर स्तर पर करनी है।
उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारियों से आशा जताई की टीओटी में प्राप्त जानकारियों को सेक्टर स्तर तक पहुंचाएं। रा’य स्तर की आशानुरूप कार्य करने के लिए मुस्तैद रहे। उन्होंने कोल्ड चेन सेंटर को दुरूस्त रखने, कमियों को समय रहते सुधारने, वैक्सीनेटर का रजिस्ट्रेशन समय पर करने, टीकाकरण सेशन साईट चयन में लापरवाही न बरतने, टीकाकरण के लिए टीमों का गठन वैक्सीनेशन अनुपात में करने, एईएफआई केसों में प्रबंधन के लिए मॉनीटरिंग की सख्त आवश्यकता जताई।
कोविड वैक्सीनेशन जरूरी घटकों को विस्तार से रखते हुए टीकाकरण सत्र स्थल की स्थापना एवं संचालन, टीकाकरण सत्र के लिए आवश्यक कमरों का चयन,आवश्यक मानव संसाधन, वैक्सीन की सुरक्षा एवं कोल्ड चैन में प्रबंधन, टीकाकरण अपशिष्ट प्रबंधन, एईएफआई केसों में प्रबंधन सहित टीकाकरण के लिए मीडिया सहभागिता एवं प्रबंधन के संबंध में पीपीटी के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया।
सहयोगी संस्था यूएनएफपीए द्वारा को-विन सॉफ्टवेयर में टेक्नीकल स्थितियों के बारे में बताया गया। इस प्रशिक्षण में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चेतराम मीणा, आरसीएचओ शिव कुमार शर्मा, डीपीएम शशांक वशिष्ठ, डीएनओ बसंत गोयल, यूएनएफपीए से रिपुंजय सहित समस्त बीसीएमओ, सीएचसी पीएचसी प्रभारी, बीपीएम एवं कोल्ड चैन प्रभारी मौजूद रहे।