यात्रियों की अधिक संख्या और कोरोना जांच में होने वाली देरी के कारण स्टेशन पर यात्रियों की लंबी कतारें लग जाती हैं। खास बात यह है कि यह नियम महज रेल यात्रियों पर लागू है। बसों अथवा निजी वाहनों से अजमेर आने वालों के साथ ऐसा कुछ नहीं किया जा रहा। रोचक यह भी कि ट्रेन से सिर्फ आने वालों की ही जांच की जा रही है, जाने वालों के मामले में ऐसी कोई बाध्यता नहीं है।
बड़ी कतार में लंबा इंतजार
मुम्बई, दिल्ली, बरेली, भुज, अहमदाबाद सहित अन्य शहरों से १० से २० घंटे की थका देने वाली लंबी यात्रा कर स्टेशन पर उतरने वाले जल्द से जल्द अपने गंतव्य तक जाना चाहते हैं, लेकिन ट्रेन से उतरते ही उन्हें कोराना टेस्ट के लिए लंबी कतारों में लगना पड़ता है।
बच्चों व बुजुर्ग यात्रियों के लिए यह नियम खासा परेशानी वाला साबित हो रहा है। कई बार एक साथ दो गाडि़यां आने से यात्रियों की कतारें लंबी हो जाती है। यात्रियों को दो घंटे तक लाइन में ही खड़ा रहना पड़ता है।
अजमेर के रेल यात्रियों के लिए नियम
कोरोना टैस्ट का यह नियम महज अजमेर आने वाले रेल यात्रियों पर ही लागू किया रहा है। राज्य के किसी अन्य रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का कोविड टेस्ट नहीं किया जा रहा। कोविड टैस्ट भी अन्य शहरों से अजमेर आने वालों का किया जा रहा है।
अजमेर से जाने वाले रेल यात्रियों का महज टेम्परेचर चैक कर ट्रेनों में बैठने दिया जा रहा है। उधर, राज्य पथ परिवहन निगम की सैकड़ों बसों, प्राइवेट बस और निजी गाडि़यों से रोजाना हजारों यात्री व जायरीन अजमेर पहुंचते हैं लेकिन उनका कोविड टैस्ट कहीं नहीं हो रहा। एेसे में सिर्फ आने वाले रेल यात्रियों की कोविड जांच की व्यवस्था समझ से परे है।
रेल प्रशासन ने किया जिम्मेदारी से इनकार
इधर, रेलवे प्रशासन ने रेल यात्रियों के कोरोना टैस्ट प्रक्रिया से खुद को अलग कर रखा है। रेलवे अधिकारियों ने रेलवे की ओर से कोरोना टैस्ट नहीं किया जाना बताया है। यह नियम स्थानीय जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने लागू किया है। कोविड टैस्ट भी चिकित्सा विभाग की टीम कर रही है।
सरकारी गाइडलाइन की पालना
मंडल रेल प्रबंधक नवीन कुमार परसुरामका के अनुसार स्टेशन पर रेल यात्रियों का कोरोना टैस्ट रेलवे की ओर से नहीं किया जा रहा। राज्य सरकार की पुरानी गाइडलाइन के अनुरूप स्थानीय जिला प्रशासन की ओर से यह व्यवस्था की गई है। कोविड टैस्ट भी चिकित्सा विभाग की टीम कर रही है। रेलवे का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
कोविड टैस्ट सिर्फ अजमेर के रेलवे स्टेशन पर किया जा रहा है। जयपुर सहित राज्य के अन्य शहरों के रेलवे स्टेशन पर यह व्यवस्था नहीं है। यह नियम रेलवे ने नहीं, बल्कि स्थानीय जिला प्रशासन की ओर से लागू किया गया है।
सीपीआरओ, उत्तर-पश्चिम रेलवे जयपुर सुनील बेनीवाल के अनुसार ट्रेन फिलहाल लिमिटेड ही संचालित हो रही हैं। लम्बी दूरी से आने वाले यात्रियों की सुरक्षा के म²ेनजर जिला प्रशासन के निर्देशन में कोविड जांच की जा रही है।