उन्होंने राजस्थान पत्रिका के महाभियान स्वर्णिम भारत अभियान में 70 घंटे यानी प्रतिदिन 11 मिनट अपने गांव, शहर को स्वच्छ और सुन्दर बनाने के लिए साल में 70 घंटे समर्पित करने का संकल्प लिया। इसके लिए संभागीय संयुक्त श्रम आयुक्त कार्यालय में श्रम निरीक्षक सुषमा शर्मा ने श्रम अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वच्छता और हरियाली के लिए कार्य करने की शपथ दिलाई।
इसके लिए विभाग के कार्यालय परिसरों को स्वच्छ और हरा-भरा रखने के साथ ही शहर एवं गांवों की सुन्दरता बढ़ाने के लिए भी अलग से प्रयास किया जाएगा। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में श्रम निरीक्षक सत्यवीर सिंह, प्रियंका चौहान, वसुंधरा चौहान, प्रियंका खंडेलवाल, लोकेश शर्मा, शैलेन्द्र, मनीष सैन, श्याम कुमार पारीक आदि मौजूद रहे। इससे पूर्व अपने मौलिक अधिकारों व कर्तव्यों की शपथ दिलाई गई।
read more : तीर्थराज पुष्कर में विदेशी सैलानियों ने इस अंदाज़ में दिया स्वच्छता का संदेश यह ली शपथ अपने देश के संविधान में विश्वास रखते हुए अपने मौलिक अधिकारों और सदैव देश के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करने, देशहित को सदैव निजी हित से ऊपर रखने, देश की समृद्ध विरासत और प्रकृति का सम्मान करने, जाति और धर्म से ऊपर उठकर सभी के साथ समानता का व्यवहार करने, राजस्थान पत्रिका के महाभियान के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने के साथ अपने गांव व शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए इस साल जीवन के 70 घंटे समर्पित करने की शपथ ली गई।
आइये बनें महाभियान में भागीदार स्वर्णिम भारत के लिए शपथ मैं अपने देश के संविधान में विश्वास रखते हुए अपने मौलिक अधिकारों और सदैव देश के प्रति अपने कर्तव्यों का पालनकरुंगा/करुंगी। मैं देशहित को सदैव निजी हित से ऊपर रखूंगा/रखूंगी।
मैं अपने देश की समृद्ध विरासत और प्रकृति का सम्मानकरूंगा/करुंगी।
मैं जाति और धर्म से ऊपर उठकर सभी के साथ समानता का व्यवहार रखूंगा/रखूंगी।
मैं राजस्थान पत्रिका के इस महाअभियान के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करता हूं/करती हैूं।
मैं अपने गांव/शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिएइस साल अपने जीवन के 70 घंटे समर्पित करूंगा/करूंगी।
मैं अपने देश की समृद्ध विरासत और प्रकृति का सम्मानकरूंगा/करुंगी।
मैं जाति और धर्म से ऊपर उठकर सभी के साथ समानता का व्यवहार रखूंगा/रखूंगी।
मैं राजस्थान पत्रिका के इस महाअभियान के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करता हूं/करती हैूं।
मैं अपने गांव/शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिएइस साल अपने जीवन के 70 घंटे समर्पित करूंगा/करूंगी।
जय हिन्द