संवाद कार्यक्रम में ख्वाजा साहब की दरगाह दरगाह के दीवान(Dargah Diwan) जैनुअल आबेदीन की पुत्र नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि यह वक्त धर्म और जात पात से ऊपर उठकर मिलकर कार्य करने का है। ऐसी मुश्किल घड़ी में हम सब आपके साथ खड़े हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि प्रधानमंत्री के दिशा निर्देशों की पालना के लिए समाज के लोगों को जागरूक करेंगे । उन्होंने यह भी बताया कि अजमेर में बार-बार यह ऐलान किया जा रहा है कि घरों में ही नमाज पढ़े और दुआएं करें। उन्होंने बताया कि जरूरतमंदों के लिए दरगाह में लंगर भी बट रहा है।
Read More: कोरोना वायरस से निजात के लिए छतों पर चढकऱ बुलंद आवाज में दे रहे अजान
अजमेर. कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरे देश -प्रदेश में लोग प्रयासरत हैं। मंदिर, मस्जिद ,चर्च , गुरूद्वारे में लोग अपऽे अपऽे हिसाब से पूजा अर्चना कर रहे हैं । कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए दुआ कर रहे हैं।
अजमेर. कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरे देश -प्रदेश में लोग प्रयासरत हैं। मंदिर, मस्जिद ,चर्च , गुरूद्वारे में लोग अपऽे अपऽे हिसाब से पूजा अर्चना कर रहे हैं । कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए दुआ कर रहे हैं।
इसी के चलते दरगाह क्षेत्र मे कोरोना बीमारी से निजात पाने के लिए हर मुस्लिम शख्स अपने घरों की छतों पर चढकऱ बुलंद आवाज में आज़ान दे रहे हैं। इन व्यक्तियों का मानना है कि अजान देने से कोरोना जैसी बीमारी से हमें व पूरे मुल्क को , विश्व को निजात मिल सकती है। इनका यह भी कहना है की हर मजहब के लोगों को अपने अपने तरीके से प्रार्थना करनी चाहिए ताकि देश व विश्व में कोरोना महामारी से निजात मिल सके।