ऐसा ही एक मामला ब्यावर शहर के पाली बाजार स्थित एक मार्केट में सामने आया है। यहां अवैध रूप से चिकित्सकीय अभ्यास करने पर चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की है। अवैध रूप से क्लिनिक संचालित करने वाले युवक के खिलाफ शहर थाना पुलिस में मामला दर्ज कराया है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके से दवाइयां जब्त आरोपित की क्लिनिक के खिलाफ दिनभर चली कार्रवाई के दौरान शहर थाना पुलिस का जाब्ता भी तैनात रहा। शहर थानाधिकारी रमेन्द्रसिंह हाडा ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जवाजा में कार्यरत डॉ. गौरव नाबेडा ने शिकायत देकर बताया कि उपखंड अधिकारी के निर्देश की पालना में नरेश चेलानी की ओर से अवैध रूप से चिकित्सक अभ्यास करने पर जांच की गई। उन्होंने बताया कि चेैलानी के पास डिग्री, पंजीयन प्रमाण पत्र व अनुज्ञा पत्र के ऐलोपेथिक दवाइयों के द्वारा अवैध चिकित्सकीय अभ्यास किए जाने पर गठित टीम की ओर से कार्रवाई की गई।
कई उपकरण जब्त टीम ने दवाईयां, डिस्पोजल सीरिंज, वाइल, टिंचर, आयोडिन, स्टेथोस्कोप, बीपी इंस्टूमेंट, कैची को जब्त किया गया। पुलिस ने इंडियन मेडिकल काउसिंल एक्ट1956 15 (2) के 336 , 419 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच अनिल देव को दी गई है। क्लिनिक पर जांच के दौरान दवा निरीक्षक अमित मोदी, नायब तहसीलदार शैलेन्द्र चौधरी सहित अन्य भी उपस्थित रहे। गौरतलब है कि शिकायत पर उपखंडअधिकारी ने औचक निरीक्षण किया। जहां मुख्य बाजार में बिना डिग्री के ही नरेश चेलानी चिकित्सकीय अभ्यास करने की जानकारी मिली। इसके बाद हरकत में आए चिकित्सा विभाग की टीम ने दिनभर यहां पर डेरा जमाए रखा।
कई जगह जमे झोलाछाप डॉक्टर ब्यावर शहर सहित आस-पास के क्षेत्रों में अब भी झोलाछाप लोगों का उपचार कर रहे हैं। बिना डिग्री के नियमों को ताक में रखकर लोगों का जीवन संकट में डालने वाले क्लिनिक संचालित हो रहे है। कुछ स्थानों पर मेडिकल की आड में बेड लगाकर उपचार हो रहा है। प्रशासन की ओर से ऐसे झोलाछाप व नियमों के विपरित चिकित्सकीय अभ्यास करने वालों को सूचीबद्ध किया जा रहा है।