शहर के मुख्य मार्ग स्टेशन रोड, पीआर मार्ग और कचहरी रोड जगह-जगह से छलनी है। हालांकि दोनों मार्ग पर एलिवेटेड सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है जो पिलर के ऊपर किया जा रहा है। ऐसे में पिलर के अगल-बगल से यातायात गुजारा जा रहा है । इन पिलर्स के आसपास डेढ़ फीट तक गहरे गड्ढे बन चुके हैं। जो बारिश का पानी भरने के बाद जानलेवा साबित हो सकते हैं। मार्टिण्डल ब्रिज से गांधी भवन, पीआर मार्ग, आगरा गेट और सोनीजी की नसियां तक सड़क उधड़ी पड़ी है। वहीं कचहरी रोड का भी यही हाल है। वाहन चालक व अन्य राहगीर मार्ग पर हिचकोले खाते, गिरते-पड़ते गुजर रहे हैं। जिनसे जिम्मेदार कार्यकारी एजेंसियों व अफसरों को कोई सरोकार नहीं।
पुलिस थाने के सामने गड्ढा मार्टिण्डल ब्रिज उतार से गड्ढों से भरी सड़क शुरू होकर क्लॉक टावर आते-आते गहरे गड्डे में तब्दील हो जाती है। क्लॉक टावर थाने के सामने करीब एक फीट गहरा गड्ढा बना है। जो कभी पैदल राहगीर व दुपहिया वाहन चालक के लिए हादसे का सबब बन सकता है। इसी तरह बीबी का मकबरा के पास खुदी पड़ी सड़क के भी यहीं हाल हैं।
निगम के सामने भी गड्ढा
पीआर मार्ग पर खाइलैंड मार्केट के अलावा नगर निगम के सामने भी सड़क पर गड्ढा खुदा पड़ा है लेकिन किसी का भी शहर की सड़कों के बिगड़े हाल सुधारने की तरफ ध्यान नहीं है।
पीआर मार्ग पर खाइलैंड मार्केट के अलावा नगर निगम के सामने भी सड़क पर गड्ढा खुदा पड़ा है लेकिन किसी का भी शहर की सड़कों के बिगड़े हाल सुधारने की तरफ ध्यान नहीं है।
पत्थरों से पाट दिया गड्ढा कचहरी रोड पीएनबी बैंक के सामने सड़क पर बने गड्ढे में भरा पानी ना केवल वाहन चालकों के लिए बल्कि यहां पैदल गुजरने वाले राहगीर व फुटपाथ पर खड़े होने वाले रेहड़ी संचालकों के लिए भी मुसीबत का सबब बना हुआ है। हालात यह है कि पीएनबी बैंक के सामने बना गड्ढा दुकानदारों के लिए मुसीबत का सबब बन चुका है। हालांकि कुछ लोगों ने गड्ढे में बड़े-बड़े पत्थर रख बचाव का प्रयास किया लेकिन गड्ढे में रखे पत्थर भी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं।