यह भी पढ़ें
KURKEE: मासूम को मिली मां-बाप के ऋण नहीं चुकाने की सजा, आठ घंटे कैद रही कुर्क मकान में
हम कॉलेज स्टूडेंट हैं भाई, नहीं लाएंगे पेरेन्ट्स को… कॉलेज में अभिभावक संवाद कार्यक्रमअजमेर. स्कूल की तर्ज पर कॉलेज में पेरेंट-टीचर मीटिंग हुई। अधिकांश कॉलेज में 70 फीसदी से ज्यादा विद्यार्थी इससे दूर रहे। स्कूली बच्चों की तरह अभिभावकों को कॉलेज ले जाना उन्हें रास नहीं आया। उच्च शिक्षा विभाग ने सत्र 2019-20 से सभी कॉलेज में अभिभावक संवाद कार्यक्रम शुरू किया है। मौजूदा सत्र की चौथी बैठक शनिवार हुई। सभी छात्र-छात्राओं को परिजनों के साथ कॉलेज पहुंचना था। सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय, राजकीय कन्या महाविद्यालय, लॉ कॉलेज सहित अन्य संस्थानों में यह कार्यक्रम हुआ।
यह भी पढ़ें
विधानसभा में गूंज : सोचो, आइएएस ब्लैकमेल हो रहीं तो आम महिला का क्या होगा ….
कहीं 40 तो तो कहीं 60 परिजन ज्यादातर छात्राएं और छात्र बिना अभिभावकों के कॉलेज पहुंचे। वे कैंटीन या चाय की थडिय़ों पर गपशप लड़ाते नजर आए। लॉ कॉलेज में 40, एसपीसी-जीसीए में 60, कन्या महाविद्यालय में 35 छात्राओं के अभिभावक पहुंचे। कई परिजन तो बच्चों के कोर्स के बारे में जानकारी भी नहीं थी। ये हुई बैठक में चर्चा
-लॉ कॉलेज शहर से दूर, छात्राओं की सुरक्षा के लिए बने महिला पुलिस चौकी
-अभय कमांड सेंटर के कैमरे लगे कायड़ इलाके में
-कॉलेज में निर्धारित अवधि में नियमित लगे क्लास
-डिग्री के साथ चलें रोजगारोन्मुखी और कौशल विकास कोसर्
-कॉलेज में बच्चे क्लास में आते हैं या नहीं इसकी मोबाइल पर हर सप्ताह या प्रतिमाह दें सूचना
-लॉ कॉलेज शहर से दूर, छात्राओं की सुरक्षा के लिए बने महिला पुलिस चौकी
-अभय कमांड सेंटर के कैमरे लगे कायड़ इलाके में
-कॉलेज में निर्धारित अवधि में नियमित लगे क्लास
-डिग्री के साथ चलें रोजगारोन्मुखी और कौशल विकास कोसर्
-कॉलेज में बच्चे क्लास में आते हैं या नहीं इसकी मोबाइल पर हर सप्ताह या प्रतिमाह दें सूचना