चंदवरदायी नगर
मौसम विभाग के ठीक सामने पत्रिका टीम पहुंची तो आसमान से आग बरसती दिखी। तपती सडक़ पर पुलिस वैन को छोडकऱ कुछके राहगीर दिखे। यहां थर्मामीटर का ग्राफ सीधा 39 डिग्री पर पहुंच गया।
कारण-इलाके में चंदवरदायी स्टेडियम को छोडकऱ पेड़-पौधे ज्यादा नहीं है।
मौसम विभाग के ठीक सामने पत्रिका टीम पहुंची तो आसमान से आग बरसती दिखी। तपती सडक़ पर पुलिस वैन को छोडकऱ कुछके राहगीर दिखे। यहां थर्मामीटर का ग्राफ सीधा 39 डिग्री पर पहुंच गया।
कारण-इलाके में चंदवरदायी स्टेडियम को छोडकऱ पेड़-पौधे ज्यादा नहीं है।
पर्बतपुरा चौराहा
नसीराबाद रोड-पर्बतपुरा चौराहा पहुंचते-पहुंचते धूप में तेजी बढ़ गई। पैरों में पहने जूते और हाथों के दस्ताने भी तपने लगे। यहां बसों-ट्रकों, टैम्पो, दोपहिया वाहनों की आवाजाही नजर आई। पारे का ग्राफ यहां 45 डिग्री पहुंच गया।
नसीराबाद रोड-पर्बतपुरा चौराहा पहुंचते-पहुंचते धूप में तेजी बढ़ गई। पैरों में पहने जूते और हाथों के दस्ताने भी तपने लगे। यहां बसों-ट्रकों, टैम्पो, दोपहिया वाहनों की आवाजाही नजर आई। पारे का ग्राफ यहां 45 डिग्री पहुंच गया।
कारण-कम हरियाली, वाहनों की आवाजाही और औद्योगिक क्षेत्र होने से यहां तापमान हमेशा ज्यादा रहता है। नौ नंबर पेट्रोल पम्प
नौ नम्बर पेट्रोल पम्प पर तिराहा है। यहां वाहनों की आवाजाही ज्यादा दिखी। सडक़ किनारे अस्थाई पुलिस नाका बनाया गया है। सडक़ के दोनों ओर बेरिकेडिंग भी लगी मिली। यहां थर्ममीटर में तापमान 44 डिग्री दर्ज हुआ।
नौ नम्बर पेट्रोल पम्प पर तिराहा है। यहां वाहनों की आवाजाही ज्यादा दिखी। सडक़ किनारे अस्थाई पुलिस नाका बनाया गया है। सडक़ के दोनों ओर बेरिकेडिंग भी लगी मिली। यहां थर्ममीटर में तापमान 44 डिग्री दर्ज हुआ।
कारण-वाहनों के प्रदूषण, खुला इलाका और हरियाली कम होने से यहां गर्माहट ज्यादा महसूस हुई। मेयो कॉलेज-गुलाबबाड़ी
मदार-गुलाबबाड़ी इलाके में पेड़-पौधे और हरियाली दिखी। यहां मेयो कॉलेज के मुख्य द्वार और गुलाबबाड़ी रोड पर तापमान 39 डिग्री दर्ज हुआ। यहीं प्रताप नगर भट्टा-सुनहरी कॉलोनी का सघन इलाका है। इसमें तापमान 41 डिग्री दर्ज हुआ।
कारण-मेयो कॉलेज और आसपास के इलाके में काफी पेड़-पौधे हैं। हरियाली से यहां हवा की गर्माहट कम महसूस होती है।
मदार-गुलाबबाड़ी इलाके में पेड़-पौधे और हरियाली दिखी। यहां मेयो कॉलेज के मुख्य द्वार और गुलाबबाड़ी रोड पर तापमान 39 डिग्री दर्ज हुआ। यहीं प्रताप नगर भट्टा-सुनहरी कॉलोनी का सघन इलाका है। इसमें तापमान 41 डिग्री दर्ज हुआ।
कारण-मेयो कॉलेज और आसपास के इलाके में काफी पेड़-पौधे हैं। हरियाली से यहां हवा की गर्माहट कम महसूस होती है।
जयपुर रोड-घूघरा घाटी
लॉकडाउन के दौरान सन्नाटे में घिरे जयपुर रोड-घूघरा घाटी पर वाहन दौड़ते दिखे। मेयो लिंक रोड से जयपुर रोड पहुंचते ही थर्मामीटर 43 डिग्री पर पहुंच गया।
कारण-यहां डिवाइडर के बीच पौधे, सडक़ के दोनों ओर नीम के घने पौधों का भी असर नहीं दिखता है।
लॉकडाउन के दौरान सन्नाटे में घिरे जयपुर रोड-घूघरा घाटी पर वाहन दौड़ते दिखे। मेयो लिंक रोड से जयपुर रोड पहुंचते ही थर्मामीटर 43 डिग्री पर पहुंच गया।
कारण-यहां डिवाइडर के बीच पौधे, सडक़ के दोनों ओर नीम के घने पौधों का भी असर नहीं दिखता है।
सिविल लाइंस-टोडरमल लेन
ब्रिटिशकाल से हरे पेड़ों और ठंडक के लिए मशहूर सिविल लाइंस पहुंचने पर गर्मी का असर वास्तव में कम महसूस हुआ। टोडरमल लेन पर थर्मामीटर में तापमान जांचा तो पारा 38 डिग्री दर्ज हुआ।
कारण-यहां कई सरकारी बंगलों और सडक़ पर घने पेड़ों से हल्की ठंडक महसूस होती है।
ब्रिटिशकाल से हरे पेड़ों और ठंडक के लिए मशहूर सिविल लाइंस पहुंचने पर गर्मी का असर वास्तव में कम महसूस हुआ। टोडरमल लेन पर थर्मामीटर में तापमान जांचा तो पारा 38 डिग्री दर्ज हुआ।
कारण-यहां कई सरकारी बंगलों और सडक़ पर घने पेड़ों से हल्की ठंडक महसूस होती है।
आनासागर चौपाटी-गौरव पथ
आनसागर-चौपाटी-गौरव पथ पहुंचने पर गर्मी में तेजी बढ़ गई। यहां मंद हवा के साथ आनासागर झील से आती लहरें किनारे से टकराती दिखी। सडक़ पर चौपहिया-दोपहिया वाहनों की सामान्य आवाजाही नजर आई। झील पर बनी चौपाटी पर थर्मामीटर से पारा जांचा तो तापमान 39 डिग्री दर्ज हुआ।
कारण-खुला इलाका होने और हवा चलने से कई बार मामूली राहत महसूस होती है।
आनसागर-चौपाटी-गौरव पथ पहुंचने पर गर्मी में तेजी बढ़ गई। यहां मंद हवा के साथ आनासागर झील से आती लहरें किनारे से टकराती दिखी। सडक़ पर चौपहिया-दोपहिया वाहनों की सामान्य आवाजाही नजर आई। झील पर बनी चौपाटी पर थर्मामीटर से पारा जांचा तो तापमान 39 डिग्री दर्ज हुआ।
कारण-खुला इलाका होने और हवा चलने से कई बार मामूली राहत महसूस होती है।
आगरा गेट-जयपुर रोड
आगरा गेट यानि शहर का जीरो पॉइंट। यहीं से शहर की सभी इलाकों की दूरियां तय होती हैं। पत्रिका टीम यहां पहुंची तो सूरज की तपन और बढ़ गई। चौराहे पर लू के थपेड़े महसूस होने लगे। जीरो पॉइंट पर थर्मामीटर लगाया तो तापमान 43 डिग्री दर्ज हुआ।
कारण- वाहनों के कारण प्रदूषण रहता है। इलाके में पेड़-पौधे नहीं के बराबर हैं।
आगरा गेट यानि शहर का जीरो पॉइंट। यहीं से शहर की सभी इलाकों की दूरियां तय होती हैं। पत्रिका टीम यहां पहुंची तो सूरज की तपन और बढ़ गई। चौराहे पर लू के थपेड़े महसूस होने लगे। जीरो पॉइंट पर थर्मामीटर लगाया तो तापमान 43 डिग्री दर्ज हुआ।
कारण- वाहनों के कारण प्रदूषण रहता है। इलाके में पेड़-पौधे नहीं के बराबर हैं।
जीसीए चौराहा-मदनगोपाल मार्ग
एसपीसी-जीसीए चौराह पर ट्रेफिक का दबाव फिलहाल सबसे ज्यादा है। ब्यावर से आने वाले वाहनों को लाल फाटक से निकाला जा रहा था। यहां सूरज भट्टी जैसा तपाता महसूस हुआ। लू के थपेड़े भी कचोटेते रहे। चौराहा पर तापमान नापा तो यह 46 डिग्री पर पहुंच गया।
कारण-वाहनों का दबाव हमेशा रहता है। यह क्षेत्र सर्वाधिक गर्म इलाका है। जीसीए परिसर और सडक़ों के किनारे ही कुछ पेड़-पौधे हैं।
एसपीसी-जीसीए चौराह पर ट्रेफिक का दबाव फिलहाल सबसे ज्यादा है। ब्यावर से आने वाले वाहनों को लाल फाटक से निकाला जा रहा था। यहां सूरज भट्टी जैसा तपाता महसूस हुआ। लू के थपेड़े भी कचोटेते रहे। चौराहा पर तापमान नापा तो यह 46 डिग्री पर पहुंच गया।
कारण-वाहनों का दबाव हमेशा रहता है। यह क्षेत्र सर्वाधिक गर्म इलाका है। जीसीए परिसर और सडक़ों के किनारे ही कुछ पेड़-पौधे हैं।
कभी ठंडे शहर और खुशनुमा मौसम वाला अजमेर भी धीरे-धीरे गर्म शहर बन रहा है। साफ है, कि जिन इलाकों में तापमान कम है, वहां निश्चित तौर पर हरियाली का असर है। जहां तापमान ज्यादा है वे प्रदूषित और कम हरियाली वाले क्षेत्र हैं। प्रो. प्रवीण माथुर, पर्यावरण विज्ञान विभागाध्यक्ष मदस विश्वविद्यालय