तालाबंदी के दौरान करीब तीन घंटे तक शिक्षक-शिक्षिकाएं विद्यालय परिसर में ही कैद रहे। विद्यालय समय दोपहर एक बजे का होने के बावजूद ताला नहीं खोला गया। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौके पर नहीं पहुंचने पर दोपहर में पुन: ग्रामीणों ने नारेबाजी की। इस दौरान छात्र-छात्राएं एवं कई अभिभावक भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि बालसभा कार्यक्रम के चलते गुरुवार को विद्यालय में अभिभावकों को आमंत्रित किया गया था। इस दौरान ही अभिभावकों व ग्राीमणों ने तालाबंदी करते हुए संबंधित शिक्षक को हटाने की मांग की।