टिड्डी दलों ने रविवार शाम आंधी के साथ जिले में प्रवेश किया। रात्रि विश्राम के लिए इस टिड्डी दल ने ब्यावर व पीसांगन क्षेत्र में डेरा पड़ाव डाला। ब्यावर के निकट फतेहगढ़ सल्ला गांव के पहाड़ी क्षेत्र के आसपास रात भर टिड्डी दल डेरा डाले रहा। सूचना मिलने पर यहां भारत सरकार द्वारा संचालित विशेष टिड्डी नियंत्रण दल पंहुचा। उन्होंने स्थानीय प्रशासन के सहयोग से खेत, पेड़ और पहाड़ी क्षेत्र में रसायन का छिड़काव किया।
उधर पीसांगन क्षेत्र से ब्यावर की ओर गुजरे टिड्डी दल ने पुन: पीसांगन उपखंड की तरफ रुख कर लिया। टिड्डी दल शिवपुरा के दक्षिण दिशा से पुन: पश्चिम में करनोस की तरफ आ गया। शिवपुरा, करनोस से टिड्डी दल नागेलाव व अलीपुरा की ओर बढ़ा। टिड्डी दल पर कृषि विभाग पीसांगन क्षेत्र की टीमों ने नजर बना रखी है।
पुष्कर के कई गांवों में अभी भी टिड्डी दल रुका हुआ है। किशनपुरा गांव में पहाड़ी क्षेत्र में टिड्डी को भगाने के लिए तिलोरा ग्राम पंचायत के सरपंच समंदर सिंह, किसान प्रताप सिंह सतरावला ने दवाई का छिड़काव किया। जबकि कृषि विभाग ने दावा किया था कि टिड्डी दल अब पुष्कर में नहीं है। लेकिन किशनपुरा चावंडिया गांव में काफी संख्या में टिड्डियां देखी गई। इसकी जानकारी मिलने के साथ तिलोरा ग्राम पंचायत के सरपंच समंदर सिंह एवं ग्रामवासी अपने ट्रैक्टरों में दवाई भर कर टिड्डी दल की बहुलता वाले इलाकों में छिड़काव करने पहुंचे। उन्होंने वहां काफी देर तक छिड़काव किया। कृषि विभाग का कोई अधिकारी नहीं पहुंचने से किसानों ने नाराजगी जताई।