शिवालयों में सहस्रधारा और पूजन का दौर शुरू हो जाएगा।
शिवालयों में बिल्व पत्र, पुष्प, हल्दी-चंदन, दूब, दूध और अन्य सामग्री से पूजा-अर्चना होगी।
शिवालयों में सहस्रधारा और पूजन का दौर शुरू हो जाएगा।
कावडि़ए गाजे-बाजे के साथ पुष्कर सरोवर और अन्य जलाशयों से जल लाकर शिवालयों में अभिषेक करेंगे।