होटल और कार टार्गेट
उन्होंने बताया कि गिरोह रैकी नहीं करता बल्कि महंगे होटल के बाहर खड़ी लग्जरी कार उनका टारगेट होती है। कार में सूटकेस या बैग दिखाई देने पर वे वारदात को अंजाम देते है। गिरोह में एक गुर्गे को गुलेल से एक कांच तोडऩे का दिया जाता है। दूसरा टूटे शीशे को हटाकर बैग उड़ाने के बाद साथी को थमा कर भीड़ में इधर-उधर हो जाते हैं। बाकी साथी घटनास्थल पर नजर रखते हैं। वारदात अंजाम देने के बाद सभी बताए गए एक ठिकाने पर मिलते है और दूसरे स्थान के लिए रवाना हो जाते हैं।
उन्होंने बताया कि गिरोह रैकी नहीं करता बल्कि महंगे होटल के बाहर खड़ी लग्जरी कार उनका टारगेट होती है। कार में सूटकेस या बैग दिखाई देने पर वे वारदात को अंजाम देते है। गिरोह में एक गुर्गे को गुलेल से एक कांच तोडऩे का दिया जाता है। दूसरा टूटे शीशे को हटाकर बैग उड़ाने के बाद साथी को थमा कर भीड़ में इधर-उधर हो जाते हैं। बाकी साथी घटनास्थल पर नजर रखते हैं। वारदात अंजाम देने के बाद सभी बताए गए एक ठिकाने पर मिलते है और दूसरे स्थान के लिए रवाना हो जाते हैं।
हथियार बन जाता मुसीबत
पुलिस पड़ताल में गुर्गों ने बताया कि रेलवे स्टेशन पहुंचते ही ब्रीफकेस में मौजूद रकम निकाल ली लेकिन हथियार देख उनके भी होश उड़ गए। उन्होंने तुरन्त ब्रीफकेस और हथियार स्टेशन पर ही फेंक दिया। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य सिर्फ रुपए रहते हैं। यदि हथियार उनके पास होता तो सफर में परेशानी का सबब बन सकता था। ऐसे में तुरन्त हथियार और ब्रीफकेस फेंकने का फैसला किया गया।
पुलिस पड़ताल में गुर्गों ने बताया कि रेलवे स्टेशन पहुंचते ही ब्रीफकेस में मौजूद रकम निकाल ली लेकिन हथियार देख उनके भी होश उड़ गए। उन्होंने तुरन्त ब्रीफकेस और हथियार स्टेशन पर ही फेंक दिया। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य सिर्फ रुपए रहते हैं। यदि हथियार उनके पास होता तो सफर में परेशानी का सबब बन सकता था। ऐसे में तुरन्त हथियार और ब्रीफकेस फेंकने का फैसला किया गया।
सरगना की तलाश में टीम
गिरोह के सरगना की तलाश में कोतवाली थाने की एक टीम तमिलनाडु के त्रिचनापल्ली रवाना की गई है। उल्लेखनीय है कि गिरोह का सरगना वारदात के बाद 7.70 लाख रुपए रकम लेकर सडक़ मार्ग से भोपाल के लिए रवाना हुआ था लेकिन गिरोह के गुर्गे गिरफ्त में आने के बाद उसने अपना रास्ता बदल लिया।
गिरोह के सरगना की तलाश में कोतवाली थाने की एक टीम तमिलनाडु के त्रिचनापल्ली रवाना की गई है। उल्लेखनीय है कि गिरोह का सरगना वारदात के बाद 7.70 लाख रुपए रकम लेकर सडक़ मार्ग से भोपाल के लिए रवाना हुआ था लेकिन गिरोह के गुर्गे गिरफ्त में आने के बाद उसने अपना रास्ता बदल लिया।