पुलिस के अनुसार 30 सितम्बर को चन्दवरदायी नगर निवासी कमलेश सिंधी, अमर गुर्जर, सुमित व यश डांडिया रास देखकर लौट रहे। अजय नगर में रास्ते के बीच में पैदल चल रहे युवकों को हटाने के लिए उन्होंने हॉर्न बजाया। हॉर्न बजाने से आक्रोशित राहुल और उसके साथियों ने कार सवार युवकों पर हमला कर दिया। हमले में धारदार हथियार से कमलेश समेत उसके साथियों के गंभीर चोटें आई।
अजमेर धीरे-धीरे अपराध का गढ़ बनता जा रहा है। पिछले डेढ़ साल में यहां कई वारदात हो चुकी हैं। जमीनों के गोरखधंधे से जुड़े धर्मेन्द्र चौधरी और रामकेश मीणा की हत्या हुई है। इसके अलावा कई व्यापारियों पर हमलों की वारदात हुई है। एक ज्वैलर पर हमले की कोशिश करते गैंग को पकड़ा गया है। इसके अलावा दरगाह क्षेत्र में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या शरणार्थी पकड़े जा चुके हैं। यहां दरगाह, नागफणी, पंचशील और बाहरी कॉलोनियों में कई अपराधी पनाह लेकर जा चुके हैं।