केसरपुरा बाइपास से उदयपुर रोड बाइपास के बीच सबसे अधिक यातायात का दबाव रहता है। इसकी जद में आ रहे निर्माण व अतिक्रमण को हटाने को लेकर अब तक प्रशासन किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सका है। ऐसे में यहां पर फिलहाल संकट से लोगों को निजात नहीं मिलेगी।
ब्यावर-गोमती फोरलेन निर्माण के लिए भूमि अधिगृहण कर अधिकांश को मुआवजा राशि का भुगतान कर दिया गया। लेकिन निर्माण नहीं हटाए गए। अब निर्माण एजेंसी की ओर सेे ब्यावर-गोमती फोरलैन का काम शुरू किया जाना है। ऐसे में उपखंड प्रशासन ने समितियों का गठन कर जद में आ रहे निर्माण व अतिक्रमण को हटाने का काम शुरू कर दिया है।
ब्यावर-गोमती तक फोरलेन सड़क निर्माण परियोजना के लिए ब्यावर व टॉडगढ़ तहसील के राजस्व गांवों की निजी/सरकारी भूमि का अधिग्रहण किया गया है। अधिगृहीत भूमि पर निर्मित संरचनाओं की निर्धारित अवार्ड अनुसार मुआवजा राशि का भुगतान किया जा चुका है। लेकिन अधिगृहीत भूमि पर निर्मित संरचनाओं को मुआवजा राशि ग्रहिताओं की ओर से नहीं हटाया गया है। ऐसे में सड़क निर्माण में बाधित निर्माण को हटाने का काम शुरू किया गया है।
दुर्घटना जोन पर असमंजस बरकरार
ब्यावर-किशनगढ़ सिक्सलेन व ब्यावर पिंडवाड़ा सिक्सलेन के मध्य करीब एक किलोमीटर का हिस्सा ब्यावर-गोमती परियोजना का आ रहा है। यहां अब भी फोरलेन ही होने से पूरा दुर्घटना जोन बन गया है। ऐसे में यहां आए दिन हादसे होते है। अब तक करीब 15 से अधिक लोगों की इस क्षेत्र में जान जा चुकी है। इसके बावजूद यहां अधिगृहीत जमीन से निर्माण हटाने का काम शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में यहां पर लोगों को परेशानी से निजात नहीं मिल सकेगी।
ब्यावर-किशनगढ़ सिक्सलेन व ब्यावर पिंडवाड़ा सिक्सलेन के मध्य करीब एक किलोमीटर का हिस्सा ब्यावर-गोमती परियोजना का आ रहा है। यहां अब भी फोरलेन ही होने से पूरा दुर्घटना जोन बन गया है। ऐसे में यहां आए दिन हादसे होते है। अब तक करीब 15 से अधिक लोगों की इस क्षेत्र में जान जा चुकी है। इसके बावजूद यहां अधिगृहीत जमीन से निर्माण हटाने का काम शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में यहां पर लोगों को परेशानी से निजात नहीं मिल सकेगी।
इसलिए हो रहे हादसे
उदयपुर रोड बाइपास पर ओवरब्रिज का निर्माण किया गया। यह निर्माण पुराना जोधपुर की ओर जाने वाले रोड से बहुत पीछे की ओर रह गया है। ऐसे में इधर से गुजरने वाले वाहन चालकों को वापस घूमकर पीछे की ओर जाना पड़ता है। इस दूरी से बचने के लिए अधिकांश वाहन चालक गलत साइड में ही वाहन लेकर चले जाते हैं।
उदयपुर रोड बाइपास पर ओवरब्रिज का निर्माण किया गया। यह निर्माण पुराना जोधपुर की ओर जाने वाले रोड से बहुत पीछे की ओर रह गया है। ऐसे में इधर से गुजरने वाले वाहन चालकों को वापस घूमकर पीछे की ओर जाना पड़ता है। इस दूरी से बचने के लिए अधिकांश वाहन चालक गलत साइड में ही वाहन लेकर चले जाते हैं।
ऐसे में दोनों सिक्सलेन से आने वाले वाहन गति में आते हैं। ऐसे में जल्दी निकलने की आपाधापी में दुर्घटनाएं हो जाती हैं। स्थिति यह है कि मुख्य मार्ग के पास ही स्थित विद्युत पोल भी जस की तस स्थिति में हैं। ऐसे में फुटपाथ के पास भी लोगों को जगह नहीं मिल पाती है। अजमेर में भी आदर्श नगर पर ब्यावर रोड यही स्थिति है।