पुलिस सूत्रों ने बताया कि गत दिनों एक अन्य प्रदेश की युवती ने राजाखेड़ा थाने पहुंचकर राजाखेड़ा क्षेत्र में रहने वाले पांच-छह आरोपियों को नामजद कर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए शिकायत दी। इस शिकायत को बिना दर्ज किए ही पुलिस नामजद आरोपियों को पकड़ कर थाने ले आई। बताया जाता है कि यहां पुलिस ने पीडि़ता और आरोपियों में मध्यस्थता कराते हुए राशि की मांग की। आरोपियों से मांगी गई राशि मिलने के बाद पुलिस ने सभी को छोड़ दिया। शिकायतकर्ता युवती भी राशि मिलने के बाद यहां से रवाना हो गई। घटनाक्रम का खुलासा होने के बाद अब जिला पुलिस के उ’चाधिकारियों ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
प्रत्येक आरोपी से लिए 40 हजार!
प्रारम्भिक तौर पर हुई जांच में राजाखेड़ा थाना पुलिस की ओर से आरोपियों को छोडऩे के एवज में प्रत्येक आरोपी से 40 हजार रुपए की डिमांड की बात सामने आई है। थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों से पूछताछ कर घटनाक्रम से जुड़े साक्ष्य जुटाए जा रहे हंै।
पुलिस की कार्यशैली पर सवाल युवती से छेड़छाड़ के मामले में लेनदेन की घटना से राजाखेड़ा थाना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हंै। पुलिस अधिकारी अनुसंधान जारी होने की बात कहते हुए टालमटोल करने में जुटे हैं।
इनका कहना है….
छेड़छाड़ जैसे गंभीर मामले में राजाखेड़ा थाना पुलिस की भूमिका पर अनुसंधान जारी है। जल्द ही रिपोर्ट पेश की जाएगी। बचन सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, धौलपुर। मैं अवकाश पर हंू, मामले से जुड़ी स्पष्ट जानकारी मेरे पास नहीं है।