अजमेर विद्युत वितरण निगम के प्रबन्ध निदेशक एन.एस. निर्वाण ने बताया कि निगम की ओ. एण्ड एम. व विजिलेंस शाखा के अलावा मीटर एण्ड प्रोटेक्शन शाखा, प्रोजेक्ट विंग तथा स्टोर विंग के अभियंताओं को भी सतर्कता जांच करने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि निगम के इंजीनियरों ने 11 जिलों में 17838 परिसरों की जांच कर 2416 विद्युत चोरियां पकडी तथा 652 मामले विद्युत दुरुपयोग के सामने आए हैं। निगम ने इनके विरुद्ध 5.85 करोड रुपए का जुर्माना लगाया है।
सबसे ज्यादा नागौर में डिस्कॉम की टीम ने सबसे अधिक नागौर जिले के अभियंताओं ने 404 विद्युत चोरी के मामले पकड़े जिन पर 78.35 लाख रुपए जुर्माना लगाया। इसके अतिरिक्त अजमेर शहर वृत्त में 32 मामलों पर 7.75 लाख, अजमेर जिलावृत में 47 मामलों पर 11.12 लाख, भीलवाड़ा में 374 मामलों पर 61.46 लाख, झुंझुनूं में 318 मामलों पर 57.50 लाख, उदयपुर में 160 मामलों पर 18.70 लाख, राजसमंद में 64 मामलों पर 8.23 लाख, बांसवाड़ा में 159 मामलों पर 21.79 लाख, डुंगरपुर में 70 मामलों पर 6.98 लाख, चितौड़गढ़ में 387 मामलों पर 86.39 लाख तथा प्रतापगढ़ में 29 मामलों पर 4.33 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया। इसके अतिरिक्त निगम की एम. एण्ड पी विंग ने 113 मामलों पर 30.40 लाख, विजिलेंस विंग ने 190 मामलों पर 51.33 लाख, प्रोजेक्ट विंग ने 56 मामलों पर 10.25 लाख व स्टोर विंग ने 13 मामलों पर 1.77 लाख रुपए की विद्युत चोरियां पकड कर जुर्माना लगाया । इसके अतिरिक्त डिस्कॉम ने 652 जगह विद्युत दुरुपयोग के मामले दर्ज किए। इसके तहत 1.15 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया।