पूरक परीक्षा में बीए, बीएससी, बी.कॉम तृतीय वर्ष (पास कोर्स और ऑनर्स), बीपीएड, बीएससी/बीए बीएड प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष, चतुर्थ वर्ष (रीजनल कालेज), बीसीए, बीएससी आईटी/कम्प्यूटर साइंस/बायोटेक, नैच्यूरोपैथी एन्ड यौगिक साइंस तृतीय वर्ष सहित विधि संकाय के करीब 25 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। सभी कॉलेज को प्रश्न पत्रों और परीक्षा सामग्री को कड़ी सुरक्षा में रखना होगा। परीक्षाएं सितम्बर के दूसरे पखवाड़े तक चलेंगी।
छिटपुट घटनाओं को छोडकऱ शांतिपूर्ण मतदान जिले के विभिन्न सरकारी और निजी कॉलेज एवं महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव हुए। नौजवानों ने जोश, उत्साह के साथ मतदान किया। संस्थाओं के बाहर परस्पर नारेबाजी और तनातनी होने पर पुलिस को कई बार छात्र संगठनों और विद्यार्थियों को खदेड़ा पडऩा पड़ा। लिंगदोह समिति की सिफारिशों की धज्जियां उड़ती रही।
अजमेर के एसपीसी-जीसीए, लॉ कॉलेज, दयानंद कॉलेज, राजकीय कन्या महाविद्यालय, महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय सहित ब्यावर के सनातन धर्म राजकीय महाविद्यालय, पुष्कर के राजकीय महाविद्यालय, किशनगढ़ के आर. के. पाटनी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कन्या महाविद्यालय, अग्रवाल कॉलेज, केकड़ी, सरवाड़, नसीराबाद के राजकीय गोविंद सिंह गुर्जर महाविद्यालय और अन्य संस्थाओं मेंं सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक मतदान हुआ। सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय के बाहर छात्र संगठनों के कार्यकर्ता, समर्थक नारेबाजी करते रहे। कई बार छात्रों में भिड़ंत होते-होते बची। पुलिस ने डंडे फटाकर कर छात्रों को खदेड़ा। आठ हजार विद्यार्थियों वाले एसपीसी-जीसीए के बाहर माहौल गर्म रहा। यहां भी परस्पर नारेबाजी और तनातनी पर पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा।
मतदाताओं को लाने के लिए वाहन दौड़ाने के अलावा सडक़ों पर पेम्पलेट उछाले गए। मतदाताओं की बाड़ेबंदी, शिविर लगाकर भोजन कराए गए। सभी कॉलेज के बाहर नारेबाजी, शक्ति प्रदर्शन का दौर चला। जिले के सभी कॉलेज और एमडीएस विश्वविद्यालय में चुनाव के बाद मतपेटियां और ओएमआरशीट पुलिस थानों-कोषागार में सुरक्षित रखवाई गई। अब 11 सितम्बर को मतगणना होने पर मत पेटियों को संस्थाओं में लाया जाएगा।