विवि परीक्षा फार्म नहीं भरवा पाया है। जिस फर्म को ठेका दिया जाना था उसके खिलाफ जांच में शिकायत सही निकली। अब विवि दूसरी फर्म से तकनीकी बातचीत में जुटा है। कोई रास्ता नहीं निकला तो विवि को दोबारा निविदाएं आमंत्रित करनी होगी। इससे फॉर्म भरवाने में देरी होना तय है।
कॉलेज और यूनिवर्सिटी में जनवरी से यूजी और पीजी अंतिम वर्ष की ऑफलाइन कक्षाएं शुरु हुई थीं। लेकिन कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर और कफ्र्यू के चलते कक्षाएं स्थगित की गई हैं। कॉलेज और विश्वविद्यालय कैंपस भी बंद है। संकायवार कोर्स पूरे नहीं हुए हैं।
सत्र 2020-21 में विवि ने प्रायोगिक परीक्षाएं भी नहीं कराई हैं। विज्ञान, कला और अन्य संकाय के विषयों की प्रायोगिक परीक्षां बकाया हैं। कॉलेज में मार्च के दूसरे पखवाड़े से प्रायोगिक कक्षाएं लगाई गई थीं। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते अब हालात विकट हैं।
अव्वल तो विवि के लिए परीक्षा फॉर्म भरवाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके बाद ही सालाना परीक्षाओं की तिथियां-कार्यक्रम तय होगा। हालांकि प्रवेश में देरी,पाठ्यक्रम और पढ़ाई की स्थिति को देखते हुए परीक्षाएं मई-जून या इसके बाद परीक्षाएं जा सकती हैं। इसका फैसला कुलपति, राजभवन और उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार होगा। मालूम हो कि प्रतिवर्ष विवि फरवरी-मार्च में नियमित और स्वयंपाठी विद्यार्थियों की परीक्षाएं शुरू कराता रहा है।