तत्कालीन कुलपति ओम थानवी ने पिछले साल 28 जुलाई को अर्थशास्त्र विभागागाध्यक्ष प्रो.शिवदयाल सिंह को परीक्षा नियंत्रक की जिम्मेदारी सौंपी थी। कुलपति को भेजा पत्र प्रो. सिंह ने हाल ही कुलपति प्रो. अनिल कुमार शुक्ला को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने परीक्षा नियंत्रक पद छोडऩे की इच्छा जताते हुए जल्द ही कार्यभार किसी अन्य को सौंपने का अनुरोध किया है।
2017 से पद पर विवाद. . . विवि में साल 2017 से परीक्षा नियंत्रक पद पर विवाद कायम है। तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक डॉ. जगराम मीणा की सेवानिवृत्त के बाद विवि के दो अधिकारियों के बीच पद को लेकर ठनी हुई है। कोर्ट में याचिका भी दायर की गई है। विवाद के चलते साल 2017 में रिमोट सेंसिंग विभागाध्यक्ष प्रो. सुब्रतो दत्ता को परीक्षा नियंत्रक की जिम्मेदारी दी गई। वे जुलाई 2021 तक इस पद पर रहे। राजभवन ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को पिछले साल पत्र भेजकर तीन साल या इससे समय से कार्यरत परीक्षा नियंत्रकों के स्थान पर किसी अन्य को जिम्मेदारी सौंपने का कहा। इसके तहत प्रो. शिवदयाल सिंह को प्रभार सौंंपा गया।
नहीं है पर्याप्त स्टाफ अनुभाग अधिकारियों-कनिष्ठ/वरिष्ठ लिपिकों की लगातार सेवानिवृत्तियों से परीक्षा विभाग में कामकाज प्रभावित हो रहा है। दूसरे विभागों में कार्यरत कार्मिकों को परीक्षा विभाग में अतिरिक्त कामकाज करना पड़ रहा है। टीआर में करेक्शन, परीक्षा फार्मों की जांच सहित अन्य कार्यों में परेशानियां बनी हुई हैं।
बना दिए थे मनमाने परीक्षा केंद्र घूसकांड में फंसे पूर्व कुलपति रामपालसिंह ने एक समिति गठित कर नियमों को दरकिनार कर परीक्षा केंद्र बनवाए थे। पिछले साल उच्च स्तरीय समिति की सिफारिश पर पुराने नियमों के अनुसार ही केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया।