1987 में स्थापित विश्वविद्यालय में गल्र्स कॉमन रूम नहीं हैं। यहां विभागवार छात्राएं परेशान होती हैं। छात्राओं को भवनों के बाहर या वाहन स्टैंड पर वक्त बिताना पड़ता है। भोजन के लिए भी कोई कॉमन एरिया नहीं है। इसके अलावा यहां महिला उत्पीडऩ निवारण समिति की अध्यक्ष और सदस्य सेवानिवृत्त हो चुके हैं। लेकिन इनके स्थान पर किस शिक्षक के पास चार्ज है, यह अता-पता नहीं है। पत्रिका ने शुक्रवार को इसको लेकर खबर प्रकाशित की थी।
चेता विवि प्रशासन
कुलपति के निर्देश पर कुलसचिव भागीरथ सोनी ने पत्रावली भेजी। इसमें डीन छात्र कल्याण प्रो. प्रवीण माथुर को तीन दिन में गल्र्स कॉमन रूम की व्यवस्था करने को कहा गया है। जबकि सामान्य प्रशासन विभाग को महिला उत्पीडऩ निवारण समिति के पदाधिकारियों का बोर्ड तत्काल दुरुस्त करने को कहा गया है।
कुलपति के निर्देश पर कुलसचिव भागीरथ सोनी ने पत्रावली भेजी। इसमें डीन छात्र कल्याण प्रो. प्रवीण माथुर को तीन दिन में गल्र्स कॉमन रूम की व्यवस्था करने को कहा गया है। जबकि सामान्य प्रशासन विभाग को महिला उत्पीडऩ निवारण समिति के पदाधिकारियों का बोर्ड तत्काल दुरुस्त करने को कहा गया है।