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मास्टर माइंट मूंदड़ा का मेडिकल स्टोर, गोदाम सीज

locationअजमेरPublished: Jun 02, 2021 02:24:27 am

Submitted by:

manish Singh

नशीली दवा का काला कारोबार : औषधि नियंत्रक संगठन ने की कार्यवाही

मास्टर माइंट मूंदड़ा का मेडिकल स्टोर, गोदाम सीज

मास्टर माइंट मूंदड़ा का मेडिकल स्टोर, गोदाम सीज

अजमेर. नशीली दवाइयों के काले कारोबार में मेडिकल स्टोर संचालक श्याम सुन्दर मूंदड़ा भले अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है लेकिन उसके ठिकानों पर कार्यवाही शुरू कर दी गई है। मंगलवार को औषधि नियंत्रक संगठन की टीम ने मूंदड़ा के विमला मार्केट स्थित मेडिकल स्टोर व गोदाम को सीज कर दिया। मूंदड़ा ने फरारी के दौरान ना केवल जयपुर से आए माल को ठिकाने लगाया बल्कि मेडिकल स्टोर में रखे माल को भी छिपाने में कामयाब रहा। अब तक मूंदड़ा के नाम पर करीब ग्यारह करोड़ कीमत की नशीली दवाइयां पकड़ी जा चुकी हैं। जबकि उसके खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम में तीन मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
मंगलवार को बीते आठ दिन से फरार चल रहे नशीली दवा तस्करी का मुख्य आरोपी मेडिकल स्टोर संचालक श्याम सुन्दर मूंदड़ा पर पुलिस व औषधि नियंत्रक विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने जहां मंगलवार सुबह मूंदड़ा का साढ़े 5 करोड़ रुपए का माल पकड़ा वहीं देर शाम औषधि नियंत्रक विभाग ने मूंदड़ा के विमला मार्केट स्थित श्री विनायक एजेंसी की दुकान व गोदाम को सीज कर दिया। सूत्रों के मुताबिक मूंदड़ा जयपुर में कार्रवाई की भनक लगते ही विमला मार्केट स्थित स्टोर की करोड़ों रुपये की नशीली दवाएं पहले ही ठिकाने लगा चुका था। हालांकि 23 मई को कार्रवाई के बाद औषधि नियंत्रक संगठन की टीम ने मूंदड़ा की श्री विनायक मेडिकल स्टोर की तलाशी ली थी। जहां कोई आपत्तिजनक दवाइयां नहीं मिली। गौरतबल है कि मूंदड़ा के खिलाफ अब तक हुई तीनों कार्रवाई में औषधी नियंत्रण संगठन ने बरामद की गई दवाओं को नशीली करार देते हुए बड़ी मात्रा में मिलने को एनडीपीएस एक्ट में करार देते हुए रिपोर्ट दी थी। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्जकर कार्रवाई की।
गोदाम का नहीं है लाइसेंस
औषधी नियंत्रण संगठन की प्रारंभिक पड़ताल में मूंदड़ा के विमला मार्केट में बनाए गए गोदाम का लाइसेंस नहीं होना पता चला है। वह अवैध तरीके से गोदाम में ड्रग स्टोर करने का काम कर रहा था। मंगलवार को संगठन के अधिकारियों ने गोदाम, स्टोर को सीज करते हुए नोटिस चस्पा किया। औषधी नियंत्रण संगठन को सूचित किए बिना अब मेडिकल स्टोर व गोदाम नहीं खोला जा सकेगा।हालांकि मूंदड़ा को इससे पूर्व नोटिस देकर भी बुलाया गया था। मूंदड़ा के तय समय पर आकर अपना पक्ष नहीं रखने पर संगठन ने गोदाम व स्टोर सीज करने का निर्णय किया।
किराए के लालच में रख ली दवा

पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि नशीली दवा के करोबार में मूंदड़ा लाखों-करोड़ों कमा रहा था लेकिन युवाओं को काली कमाई का माल छिपाने के लिए अवैध कमाई का लालच देकर फांसता था। अलवर गेट, रामगंज थाना पुलिस की गिरफ्त में आए कमल कोली व मुकेश टांक भी किराए के लालच में आ गए। उन्हें पूर्व में गिरफ्तार शेख साजिद के जरिए रोजाना 500 से ढाई हजार रुपए किराया दिलवाने का लालच दिया। ऐसे में कमल कोली ने धोलाभाटा में औने-पौने दाम में किराए का कमरा लेकर दवाइयों की खेप उतार दी। दोनों शेख साजिद के मार्फत ही गोदाम मुहैया करवाने के लिए राजी हुए थे। पुलिस दोनों से गहनता से पड़ताल में जुटी है।
मूंदड़ा-भारती गिरफ्त से दूर
अजमेर पुलिस अब तक 5 जनों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि मुख्य सूत्रधार श्यामसुन्दर मूंदड़ा व जयपुर में रमैया फार्मा के शशि भारती पुलिस की पकड़ से दूर हैं। जयपुर आयुक्तालय ने 23 मई रात साढ़े 5 करोड़ की नशीली दवा पकड़ी थी। इसके बाद अजमेर पुलिस ने ब्यावर रोड ट्रांसपोर्ट कम्पनी में दबिश देकर 120 कार्टन में सवा 5 करोड़ रुपए की नशीली दवा बरामद की। पुलिस ने गोदाम चौकीदार मोमिन शाह, कालूराम जाट व दवा के कार्टन रखने वाले शेख साजिद को गिरफ्तार किया है। साजिद ने 27 मई को सरेंडर किया था।

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