कांग्रेस: सबने देखा विधायकों का घमासान जिले के कांग्रेस की ओर से टिकट वितरण को लेकर विधायकों में मचे घमासान को सबने देखा। बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा व बसेड़ी विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा ने इस घमासान में बाजी मारी है। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि मलिंगा-बैरवा खेमे ने कांग्रेस के 17 टिकट तय किए हैं। जबकि बोहरा के हाथ सिर्फ छह टिकट लग पाए हैं। मलिंगा-बैरवा पहले की ताल ठोक चुके हैं कि इस बार राजाखेड़ा क्षेत्र से जिला प्रमुख नहीं बनने दिया जाएगा। 17 टिकट हाथ में होने से उनका दावा मजबूत होता दिख रहा है। सभी विधायकों ने टिकट वितरण में पंचायत चुनाव के साथ आगामी विधानसभा चुनाव का भी खयाल रखा है।
भाजपा: सोशल इंजीनियरिंग का सहारा भाजपा ने टिकट वितरण में पूरी तरह सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाया। प्रत्याशी चयन में लगभग सभी वर्गों को संतुष्ट करने का प्रयास किया गया। जिले की राजनीति के जानकारों का कहना है कि इस प्रयास में पार्टी ने कुछ सीटों पर समझौता भी किया है। पार्टी ने राजाखेड़ा क्षेत्र के वार्ड 14 से निवर्तमान सदस्य का टिकट काटा है। वहीं, हाल ही में पार्टी में शामिल हुए हरिनिवास शर्मा प्रधान की परिजन को टिकट दिया गया है। भाजपा ने पूर्व जिला प्रमुख रामवती जाटव के पति किरोड़ी जाटव के मुकाबले समाज के ही राजेश जाटव को खड़ा किया है। वहीं, वार्ड १४ से वीकेश गुर्जर को टिकट दिया गया है।
ये हो सकते हैं जिला प्रमुख उम्मीदवार सामान्य महिला के लिए आरक्षित जिला प्रमुख पद के लिए कांग्रेस से वार्ड 15 से पूर्व जिला प्रमुख भगवान देवी मैदान में हैं। इसके अलावा वार्ड 21 से माधवी गहलोत को भी पार्टी की ओर से जिला प्रमुख का संभावित उम्मीदवार माना जा रहा है। वहीं, भाजपा से फिलहाल किसी नाम चर्चा नहीं है। आने वाले वक्त में स्थिति और स्पष्ट होगी।