ग्राम बाघसूरी निवासी ज्योति ने करीब एक पखवाड़ा पहले ही नन्हीं परी को जन्म दिया था। वह उसे ठीक से दुलार भी नहीं कर सकी थी कि उसकी तबीयत बिगड़ गई। चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे बड़े अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इसके बाद भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो और बड़े अस्पताल भेज दिया गया, लेकिन नियती को तो कुछ और ही मंजूर था।
उसकी हालत बिगड़ती ही चली गई और अकाल ही काल के गाल में समा गई। ज्योति की यह पहली संतान थी, जिसे वह ढंग से निहार भी ना सकी। करीब चार वर्ष पूर्व ही ज्योति का विवाह राहुल गंवारिया के साथ हुआ था। इसके बाद नन्हे मेहमान के आने की खबर से घर में खुशी का माहौल था, लेकिन यह खुशी ज्यादा दिन तक नसीब ना हो सकी और ज्योति एकाएक अनंत में विलीन हो गई।
READ MORE : विधायक ने कहा मैं खुद परेशान हूं, टैंकर मंगाकर पी रहा हूं पानी बाघसूरी निवासी राहुल गंवारिया की पत्नी ज्योति को 15 दिन पूर्व प्रसव पीडा होने पर नसीराबाद के राजकीय सामान्य चिकित्सालय ले जाया गया, जहां उसे भर्ती कर लिया गया। यहां उसने बिटिया को जन्म दिया। बाद में तबीयत बिगड़ने पर उसे पहले अजमेर फिर यहां से जयपुर रैफर कर दिया गया। जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उपचार के दौरान उसने दम तोड दिया।
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