कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच रहकर ड्यूटी के बाद घर पहुंचकर अपने मासूम बच्चे को संभालती हैं। संक्रमण से बचाने के लिए मासूम को अधिकांश समय नाना-नानी के पास रखती हैं। जवाहर लाल नेहरू अस्पताल की नर्स एवं जयपुर रोड निवासी पिंकी टांक पिछले लम्बे समय से कोविड वार्ड व व्यवस्था में निष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी दे रही हैं। इनके पति एम्स ऋषिकेश में कोविड मरीजों की सेवा में हैं। पति-पत्नी दोनों दूर जरूर हैं लेकिन दोनों कोविड मरीजों के उपचार एवं व्यवस्था को बखूबी अंजाम दे रहे हैं।
रिपोर्टिंग के बाद ही रवानगी नर्स पिंकी सुबह से शाम तक रिपोर्टिंग कार्य में जुटी रहती हैं। जब तक कार्य पूरा नहीं कर नोडल अधिकारी व अस्पताल प्रशासन को रिपोर्ट नहीं कर देतीं तब तक अस्पताल से रवाना नहीं होती हैं। चिकित्साधिकारियों के अनुसार कुछ और ऐसे समर्पित नर्सिंगकर्मी हैं जो अपनी जान की परवाह किए बगैर कोविड मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि मॉनिंग ड्यूटी के बाद शाम को घर से ही रिपोर्टिंग करती हूं ताकि तत्काल सूचनाएं संकलित हो सकें।
यह रखती हैं घर में सावधानी पिंकी टांक के अनुसार घर पहुंच कर सेनिटाइज करती हैं। फिर से नहाना, अस्पताल की ड्रेस को संक्रमण रहित करने के लिए धोना-धूप में सुखाना होता है। उन्होंने बताया कि बच्चे व परिवार के अन्य सदस्य घर में भी मास्क लगाकर रहते हैं।