कोई डिग्री या डिप्लोमा नहीं अवेश ने बताया कि उसने किसी भी तरह की तकनीकी शिक्षा में डिप्लोमा या डिग्री प्राप्त नहीं की है। बल्कि डीबीएन स्कूल से बारहवीं व दयानंद कॉलेज से कला संकाय में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है। अवेश का कहना है कि यदि काम अपनी रुचि का हो तो किसी भी डिप्लोमा या डिग्री की जरूरत नहीं पड़ती है।
बारह वर्ष की उम्र में बनाई साइकिल
अवेश ने बताया कि उसने बारह वर्ष की आयु में सबसे पहले खुद की साइकिल को मॉडिफाय कर एन्टिक लुक दिया था तभी से उसका रुझान गाडिय़ों को मॉडिफाय करने के काम में हो गया था। इसके बाद हर दिन नये प्रयोग करता जा रहा हूं। अवेश ने बताया कि वह रोज की तकरीबन दो से तीन बाइक को अलग-अलग पाट्र्स जोड़कर नया लुक देता है।
अवेश ने बताया कि उसने बारह वर्ष की आयु में सबसे पहले खुद की साइकिल को मॉडिफाय कर एन्टिक लुक दिया था तभी से उसका रुझान गाडिय़ों को मॉडिफाय करने के काम में हो गया था। इसके बाद हर दिन नये प्रयोग करता जा रहा हूं। अवेश ने बताया कि वह रोज की तकरीबन दो से तीन बाइक को अलग-अलग पाट्र्स जोड़कर नया लुक देता है।
अपनी मेहनत पर विश्वास अवेश का कहना है कि वह सुबह से देर रात तक अकेले ही वर्कशॉप में गाडिय़ों का काम करता है और खुद की मेहनत पर विश्वास करते हुए किसी भी हैल्पर की मदद नहीं लेता। इससे काम अपनी मन मुताबिक होता। यहां तक कि वह इस काम में अपने परिवार के लोगों को भी परेशान नहीं करता।
मल्टी टेलेंटेड अवेश ने बताया कि उसको हर काम में क्रिएटिविटी पसंद हैं। मॉडिफिकेशन के काम के अलावा वह पेंटिंग, आर्ट एंड क्राफ्ट, इंटीरियर डेकोरेशन के साथ ही खुद के कपड़ों की सिलाई भी खुद करना पसंद करता है।
पिता से मिली प्रेरणा अवेश ने बताया कि उनके पिताजी एचएमटी में मशीन इंस्पेक्टर की पोस्ट पर कार्यरत थे जिन्हें देखकर उसने बचपन से ही मशीनरी की जानकारी हासिल की और इसी क्षेत्र में अपना खुद का काम पहले शौकिया तौर पर शुरू कर उसे व्यवसायिक अंजाम दिया। अवेश के अनुसार युवाओं में अट्रेक्टिव दिखने वाली बाइक्स का काफी चलन इन दिनों देखने को मिल रहा है। ऐसे में उसे इस काम से अच्छी आमदनी भी हो जाती है।
इन गाडिय़ों को दिया नया लुक अवेश का कहना है कि वह अब तक तकरीबन दौ सौ से अधिक गाडिय़ों को वे मॉडिफाय कर चुका है। इसमें खासतौर पर रॉयल एनफील्ड, केटीएम, हीरोहोण्डा, स्कूटी पैप, बजाज स्कूटर आदि शामिल हैं । इसके साथ ही एक इंच की सबसे छोटी बाइक से लेकर वेस्ट टूल्स (बोल्ट, पेच, पाने ) से खूबसूरत बाइक बना डाली। इसके साथ ही हेलमेट में भी अनूठा प्रयोग किया है, जिसमें फाइबर शीट्स व डेकोरेटिव लाइट व सींग लगाकर आकर्षक हेलमेट बनाए हैं।