नगर परिषद परिसर में समारोहपूर्वक 143 नव नियुक्ति सफाई कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। अब नव नियुक्ति कर्मचारियों को एक माह के भीतर पुलिस वैरीफिकेशन, मेडिकल और चरित्र प्रमाण पत्र देना होगा। नियुक्ति पत्र पाने वाले लोगों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
समारोह में विधायक भागीरथ चौधरी ने कहा कि काम की शुरूआत में कुछ परेशानी आती है, लेकिन इसके परिणाम अच्छे होते हैं। उन्होंने कहा कि नगर में पेयजल पाइप लाइन और सीवरेज लाइन बिछाई जा रही है। इससे लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन आने वाले समय में सभी के लिए फायदेमंद साबित होगी।
सभापति सीताराम साहू ने पूरी मेहनत से कार्य कर नगर को स्वच्छ बनाने का आह्वान किया। समारोह में उपसभापति राजू बाहेती, भाजपा नेता समरथ सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता मांगीलाल अग्रवाल, पार्षद परमेन्द्र जोशी आदि अतिथि के रूप में मंचस्थ थे।
नगर परिषद आयुक्त सीता वर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। समारोह के दौरान 143 नवनियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया। कार्यक्रम में नवनियुक्ति सफाई कर्मचारी सहित कई लोग उपस्थित रहे। नगर अब तो चमक उठना चाहिए
परिषद में पहले ही करीब 160 स्थायी कर्मचारी हैं। ऐसे में 300 से अधिक सफाई कर्मचारी होने से नगर में चहुंओर सफाई दिखाई देनी चाहिए। घर-घर कचरा संग्रहण के लिए अलग से व्यवस्था है। हालांकि नवनियुक्त कर्मचारियों को भी पदस्थापन में एक माह का समय लगेगा।
परिषद में पहले ही करीब 160 स्थायी कर्मचारी हैं। ऐसे में 300 से अधिक सफाई कर्मचारी होने से नगर में चहुंओर सफाई दिखाई देनी चाहिए। घर-घर कचरा संग्रहण के लिए अलग से व्यवस्था है। हालांकि नवनियुक्त कर्मचारियों को भी पदस्थापन में एक माह का समय लगेगा।
वाल्मीकि सेना ने किया स्वागत
वाल्मीकि सेना राजस्थान की ओर से 143 नवनियुक्त सफाई कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपने पर सभी अतिथियों का माला पहनाकर और साफा बंधवाकर स्वागत किया। प्रदेश सचिव दिनेश लखन ने समाज के सभी लोगों की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में प्रधान बिरदीचंद लखन, प्रेमचंद धौल, जगदीश म_ू, बाबा ध्यानदास लखन आदि उपस्थित रहे।
वाल्मीकि सेना राजस्थान की ओर से 143 नवनियुक्त सफाई कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र सौंपने पर सभी अतिथियों का माला पहनाकर और साफा बंधवाकर स्वागत किया। प्रदेश सचिव दिनेश लखन ने समाज के सभी लोगों की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में प्रधान बिरदीचंद लखन, प्रेमचंद धौल, जगदीश म_ू, बाबा ध्यानदास लखन आदि उपस्थित रहे।
सब चौंक जाते हैं इसकी स्पीड देखकर, जुबां पर रहता है बस एक ही सवाल.. रेलवे के कामकाज कभी समय पर पूरे होते नहीं दिखते हैं। चाहे अजमेर में सरस डेयरी पर निर्माणाधीन या किशनगढ़ में कृष्णापुरी फाटक पर आरयूबी कार्य हो, लेकिन रेलवे के कानों में जूं नहीं रेंगती। इन कार्यों की धीमी रफ्तार लोगों को परेशान करने लगी है। किशनगढ़ में आरओबी का हाइवे की ओर का कार्य तो अगले कुछ दिन में पूरा हो जाएगा लेकिन अजमेर रोड कृष्णापुरी की तरफ अभी तक काम शुरू भी नहीं हुआ है। इससे वाहन चालकों और क्षेत्रवासियों को परेशानी उठानी पड़ती है। मजबूरी वश वाहन चालकों और क्षेत्रवासियों को पटरियां पार करनी पड़ती हैं।
कृष्णापुरी फाटक पर सात महीने में भी आरयूबी का कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इससे वाहन चालकों और क्षेत्रवासी परेशान हैं। रेलवे टै्रक के दूसरी ओर बसी दो दर्जन से अधिक कॉलोनियों के हजारों क्षेत्रवासियों की दिक्कत बढ़ गई है। वहीं आरयूबी निर्माण कार्य के चलते सरिए निकले हुए हैं, इससे भी जोखिम बना रहता है। यही हाल अजमेर में सरस डेयरी आरओबी का है। यहां दोनों तरफ पिलर उठ चुके हैं। लेकिन अब तक उन पर सीमेंट औ स्टील के
गर्डर नहीं डाले गए हैं।
गर्डर नहीं डाले गए हैं।
दूसरी ओर अधूरा कार्य
इस आरयूबी का निर्माण कार्य हाइवे की ओर से किया जा रहा है, और इस माह यह काम पूरा हो जाएगा। वहीं कृष्णापुरी मदनगंज की ओर अभी काम प्रारंभ भी नहीं हुआ है, जबकि इस ओर भी काम अभी तक पूरा हो जाना चाहिए था। इस कारण अब कार्य पूरा होने में और अधिक समय लगेगा तब तक क्षेत्रवासियों को दिक्कतें उठानी पड़ेगी।
इस आरयूबी का निर्माण कार्य हाइवे की ओर से किया जा रहा है, और इस माह यह काम पूरा हो जाएगा। वहीं कृष्णापुरी मदनगंज की ओर अभी काम प्रारंभ भी नहीं हुआ है, जबकि इस ओर भी काम अभी तक पूरा हो जाना चाहिए था। इस कारण अब कार्य पूरा होने में और अधिक समय लगेगा तब तक क्षेत्रवासियों को दिक्कतें उठानी पड़ेगी।
रहती है हादसों की आशंका
यहां दोहरे रेलवे टै्रक के कारण क्षेत्रवासियों को आवागमन में परेशानी रहती है। नगर के मुख्य हिस्से में आने के लिए टै्रक पार करना लोगों की मजबूरी बन गया है। स्कूली विद्यार्थियों को बस पकडऩे के लिए भी इस ओर ही आना पड़ता है।
यहां दोहरे रेलवे टै्रक के कारण क्षेत्रवासियों को आवागमन में परेशानी रहती है। नगर के मुख्य हिस्से में आने के लिए टै्रक पार करना लोगों की मजबूरी बन गया है। स्कूली विद्यार्थियों को बस पकडऩे के लिए भी इस ओर ही आना पड़ता है।