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‘रीट’ के मुन्नाभाई: ‘छह लाख’ की चप्पल पहनी, दंपती बने ‘बहन-भाई’ !

locationअजमेरPublished: Sep 27, 2021 05:04:57 am

Submitted by:

manish Singh

-किशनगढ़ के केंद्र पर ब्लूटूथ लगी चप्पल पहने पकड़ा परीक्षार्थी, अजमेर के गल्र्स स्कूल में बहन-भाई बने पति-पत्नी गिरफ्तार

'रीट' के मुन्नाभाई: 'छह लाख' की चप्पल पहनी, दंपती बने 'बहन-भाई' !

‘रीट’ के मुन्नाभाई: ‘छह लाख’ की चप्पल पहनी, दंपती बने ‘बहन-भाई’ !

मनीष कुमार सिंह

अजमेर.
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा(रीट) में मुन्नाभाई कारगुजारी से नहीं चूके। पहली पारी में जहां एक परीक्षार्थी छह लाख रुपए की ब्लू-टूथ डिवाइस लगी चप्पल पहनकर पहुंचा तो दूसरी पारी में बाड़मेर का दंपती ‘भाई-बहनÓ बनकर एक नाम से परीक्षा देने पहुंच गया। पुलिस व प्रशासन की सतर्कता से उनके मंसूबे धरे रह गए। दूसरी पारी समाप्त होने के साथ ही जिला स्पेशल टीम ने करीब दो दर्जन से ज्यादा संदिग्ध परीक्षार्थियों को दबोच लिया। जिन्हें पूछताछ के लिए कोतवाली थाने में आईपीएस सुमित मेहरड़ा के सुपुर्द किया गया।
केस-1: चप्पल के तले में सिम-बैटरी-डिवाइस
एटीएस-एसओजी की सूचना पर डीएसटी व मदनगंज थाना पुलिस ने किशनगढ़ में आचार्य धर्मसागर दिगम्बर जैन उच्च माध्यमिक विद्यालय-मदनगंज में चूरू सांडवा छोटी सडू निवासी परीक्षार्थी गणेशराम पुत्र अर्जुनराम ढ़ाका को चैक किया। उसकी बायें पैर की हवाई चप्पल में ब्लू-टूथ डिवाइस में एयरटेल 4जी सिम व बैटरी लगी पाई गई। जिसे परीक्षा में अनुचित साधन इस्तेमाल पर करने पर गिरफ्तार कर लिया।
बीकानेर से जुड़े हैं तार

गणेशाराम ने बीकानेर के कोचिंग सेंटर में कोचिंग करना व एक किराणा स्टोर से स्पोट्र्स चप्पल खरीदना कबूला है। आरोपी के तार बीकानेर में पकड़े गए गिरोह से जुड़े र्हं। उससे गहनता से पड़ताल की जा रही है।
केस-2: पत्नी का पास करवाने के लिए भजनलाल बना देवी

पत्नी को पास करवाने के लिए पति भजनलाल ने पहचान पत्र में छेड़छाड़ कर देवी बन गया। उसने दस्तावेज पत्नी के लगाते हुए फोटो अपनी लगा दी। माध्यमिक शिक्षा बोर्र्ड भी देवी नाम से आए आवेदन पत्र पर जन्म तिथि, माता-पिता व पता सब कुछ एक जैसा नजर आने पर उन्हें अजमेर सेन्ट्रल गल्र्स स्कूल केन्द्र दिया। माशिबो अध्यक्ष जारोली की सूचना पर जिला स्पेशल टीम ने परीक्षा के तुरन्त बाद दम्पती को दबोचा। पुलिस ने बाड़मेर छोटीमन्ना अरदाणियों की ढाणी माणगी निवासी भजनलाल पुत्र सदाराम विश्नोई व उसकी पत्नी देवी का नाम सामने आया। उन्होंने केन्द्र में परिवीक्षक को भाई-बहन बताया। पुलिस ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी व दस्तावेज में हेरफेर का मामला दर्ज किया। पुलिस ने देर रात भजनलाल को गिरफ्तार कर लिया जबकि देवी से पूछताछ की जा रही है।
एक ही नाम-पता-नंबर से भरे फॉर्म

आईपीएस मेहरड़ा के नेतृत्व में अजमेर डीएसटी टीम ने चूड़ी बाजार स्थित राजकीय सेन्ट्रल गल्र्स स्कूल से बाड़मेर के दंपती को दूसरी पारी की परीक्षा खत्म होने पर पकड़ा। दंपती ने एक नाम, पते व मोबाइल नम्बर से अलग-अलग फोटो लगाकर कई फार्म भरे।
पहले से ही निगरानी में था युगल
इस मामले को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा से पहले ही ट्रेस कर लिया था। आरोपियों को पकडऩे की रणनीति के तहत ही माशिबो ने पूर्व में संदिग्ध मानते हुए ट्रेस कर उन्हें अजमेर सेंटर दिया। दंपती के परीक्षा देने पहुंचते ही जिला स्पेशल टीम ने उन्हें नजरबंद कर परीक्षा खत्म होने पर हिरासत में ले लिया। परीक्षा केन्द्र पर माशिबोर्ड अध्यक्ष डा. डी.पी. जारोली, सचिव अरविन्द सेंगवा समेत अन्य अधिकारी भी पहुंचे। पुलिस दंपती को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी है।
फोटो में नजर आया फर्क
हिरासत में लिए गए कई परीक्षार्थियों द्वारा लगाई गई स्वयं की फोटो और उनके चेहरे में फर्क नजर आने के चलते उन्हें पुलिस की पूछताछ का सामना करना पड़ा। आधार कार्ड और पहचान-पत्र की फोटो व मौजूदा हुलिए में फर्क नजर आने वाले परीक्षार्थियों को कोतवाली थाने लाया गया। इसमें भी एक समुदाय विशेष के परीक्षार्थियों की संख्या भी ज्यादा रही।
केन्द्रों से 25 से ज्यादा को उठाया
पुलिस ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की सूचना पर दो या दो से ज्यादा आवेदन फार्म भरने वाले संदिग्ध परीक्षार्थियों को हिरासत में लिया। देर शाम तक कोतवाली थाने में 25 से ज्यादा संदिग्ध परीक्षाथियों को पुलिस ने इक_ा कर दिया। आईपीएस सुमित मेहरड़ा समेत पुलिस अधिकारी एक-एक कर उनसे पड़ताल करते गए। हालांकि पूछताछ के बाद कुछ को छोड़ दिया गया।
संदेह गहराने पर किया राउंडअप

बोर्ड व पुलिस प्रशासन को एक से ज्यादा आवेदन करने वाले मूल परीक्षार्थियों के स्थान पर डमी कैंडीडेट के परीक्षा में शामिल होने की आशंका थी। प्रदेशभर में चिह्नित किए गए ऐसे परीक्षार्थियों पर विशेष निगरानी की व्यवस्था थी। संबंधित परीक्षा केंद्रों पर फोटो मिलान में संदेह होने पर पुलिस ने उन्हें परीक्षा खत्म होते ही राउंडअप कर लिया। हालांकि पहली पारी में हिरासत में लिए संदिग्धों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया।
इनका कहना है…

किशनगढ़ में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करते एक को पकड़ा गया। अजमेर सेन्ट्रल गल्र्स स्कूल में दंपती को एक ही नाम से भरे गए दो आवेदन पर अलग-अलग परीक्षा देते पकड़ा है। इसके अलावा कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। जिनसे पूछताछ के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
जगदीशचन्द्र शर्मा, एसपी
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