इसके बाद पत्थरों से चेहरा कुचल दिया। बहरहाल पुलिस दबोचे गए आरोपी से हत्या के पीछे रहे कारणों को जानने का प्रयास कर रहे है, लेकिन किसी एक गलत मंसूबे ने ना सिर्फ कातिल बना दिया, बल्कि बचपन की दोस्ती का भी कत्ल कर दिया।
समीपवर्ती ग्राम नायकी में बुधवार को हुई युवक की हत्या के मामले में शहर थाना पुलिस ने 36 घण्टे के भीतर खुलासा कर दिया। पुलिस ने हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। शहर थानाधिकारी सुधीर कुमार उपाध्याय ने बताया कि बुधवार को नायकी में खेतों में एक युवक का खून से लथपथ शव पड़ा मिला था।
इसके पास ही पड़े मोबाइल के आधार पर उसकी पहचान सत्यनारायण पुत्र भज्जूराम धाकड़ के रूप में हुई। इस संबंध में मृतक के बहनोई नरेन्द्र धाकड निवासी कुम्हारिया ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
इसमें बताया कि सत्यनारायण निवासी नारेडा पुलिस थाना टोडारायसिंह जिला टोंक पिछले डेढ महीने से केकडी के काजीपुरा इलाके में किराए से कमरा लेकर रहता था। वह यहां पढाई कर रहा था। मंगलवार दोपहर से ही सत्यनारायण का फोन बन्द आ रहा था। उसके रूम पार्टनर ने परिजन को बताया कि दोपहर को किसी का फोन आया था।
इसके बाद सत्यनारायण उसे कुछ देर में आने की बात कह कर निकला, जो वापस नहीं आया। बुधवार सुबह उसका शव नायकी ग्राम के पास खेतों में पड़ मिला। शव के पास ही उसका मोबाइल भी मिला, जिसकी स्क्रीन तोड़ी हुई थी। पुलिस ने नरेन्द्र की रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस टीम ने मौके से जुटाए साक्ष्य व कॉल डिटेल्स के आधार पर महेन्द्र जांगिड़ (22) निवासी घारेडा पुलिस थाना टोडारायसिंह जिला टोंक को दस्तयाब कर उससे गहनता से पूछताछ की। उसने अपना जुर्म कबूल लिया। इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उससे हत्या के कारणों को लेकर पूछताछ की जा रही है।
यूं दिया वारदात को अंजाम पुलिस के अनुसार हत्या के आरोपी महेन्द्र जांगिड से पूछताछ में हत्या की पूरी कहानी सामने आई है। आरोपी सत्यनारायण धाकड का बचपन का दोस्त है। उसकी मोबाइल पर बात होती रहती थी। आरोपी पिछले 7-8 महीने से सत्यनारायण की हत्या करने की फिराक में था। इसी के चलते वह उसे काम पर लगाने के बहाने कुछ माह पूर्व भीलवाड़ा भी ले गया, जहां वह उसकी हत्या की साजिश रच रहा था।
मगर परिजन ने सत्यनारायण को वापस गांव बुला लिया और केकड़ी में ही किराए पर कमरा दिला दिया। मंगलवार को वह सत्यनारायण की हत्या के इरादे से चाकू लेकर मोटरसाइकिल पर केकड़ी आया। यहां बस स्टैंड पर एक दुकानदार के मोबाइल से सत्यनारायण को फोन किया और उसे वहां बुला लिया।
सोची समझी साजिश के तहत आरोपी ने खुद के मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया। सत्यनारायण उसके विश्वास में आकर उससे मिलने पहुंच गया, जहां से आरोपी उसे बाइक पर बाईपास पर घूमकर आने व बातचीत करने का बहाना बनाकर ले गया। ग्राम नायकी के पास खेतों में सुनसान जगह ले जाकर वह उसके साथ बैठकर बातचीत करने लग गया।
इसी दौरान आरोपी ने मौका देख कर सत्यनारायण की गर्दन पर पीछे से चाकू से हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से वह संभल पाता उससे पहले ही आरोपी ने चाकू से तीन चार ताबडतोड वार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। आरोपी ने वहां पड़े पत्थरों से उसके सिर को बुरी तरह कुचल दिया।
इससे वह घायल होकर लहूलुहान हालत में तड़पने लगा। आरोपी ने मृतक को तोलिए का फंदा लगाकर पेड़ से बांधने का प्रयास भी किया, मगर इसमें असफल रहा तो उसने पत्थर से उसके शरीर पर कई वार किए। अत्यधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपी ने सत्यनारायण का मोबाइल फोन तोड़ दिया तथा खून से सने पत्थरों को खेतों की मेड पर अलग-अलग जगह छिपाकर मोटरसाइकिल से फरार हो गया।