हत्या की वारदात के बाद इलाके में सनसनीफेल गई। प्रारंभिक पड़ताल में हत्या की वारदात नशे की तलब पूरी करने के लिए लूट के इरादे से अंजाम दी गई है। गंज थाना पुलिस ने एक संदिग्ध को दबोचा है। पुलिस उससे पड़ताल में जुटी है।
पुलिस के अनुसार देहलीगेट कुम्हार मोहल्ले में शुक्रवार तड़के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से सेवानिवृत्त छीतरसिंह सिकरवाल (75) के मकान में बदमाश लूट के इरादे से दाखिल हुए। उन्होंने मकान में दाखिल होते ही सिकरवाल के सिर पर सरिया और सीने में चाकू घोंप दिया। लुटेरों ने कमरे का सामान बिखर दिया लेकिन कुछ हाथ नहीं लगने पर मकान के अन्दरूनी भाग में दाखिल हुए।
बगल के कमरे में सो रहे सिकरवाल के बेटे मिथलेश उर्फ मिथुन के सिर पर सरिया और घर में पड़ा पत्थर दे मारा। अचानक हुए हमले से मिथलेश कुछ समझ पाता उससे पहले लुटेरे फरार हो गए। उसने बाहर आकर शोर मचाया। मिथलेश की आवाज सूनकर जाग हो गई। मकान के ऊपरी तल पर सो रहे बड़ा भाई चामुण्ड राज और पृथ्वीराज नींचे आए तब तक लुटेरे भाग निकले।
तीनों भाइयों ने देखा तो उनके पिता लहूलुहान हालत में फर्श पर पड़े मिले। शोर से सूने आसपास के लोग जुट गए। उन्होंने घायल छीतरसिंह व मिथलेश को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंचाया। इधर वारदात के कुछ मिनट बाद बदहवास हालत में मिले नशेड़ी को भीड़ ने दबोच पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है।
सूचना मिलते ही अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) अरविन्द सेंगवा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) भोलाराम यादव, पुलिस उप अधीक्षक(दरगाह) ओमप्रकाश मीणा, पुलिस अधीक्षक(उत्तर) डॉ. दुर्गसिंह राजपुरोहित घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि हत्या की वारदात लूट के इरादे से अंजाम दी गई है। पुलिस जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार करेगी।
घटनाक्रम की बारीकी से छानबीन की जा रही है। पुलिस प्रत्येक पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच में जुटी है। उम्मीद है, कि मामले का खुलासा जल्द होगा। अरविन्द सेंगवा, अतिरिक्त जिला कलक्टर