अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (केकड़ी) जयनारायण मीणा ने बताया कि 16 नवम्बर को बिजयनगर के भू-कारोबारी नौरतमल जैन की हत्या के मामले में आरोपी प्रभुलाल गुर्जर, गोविन्द गुर्जर व दीपक लुहार को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी प्रभूलाल गुर्जर ने नौरतमल की हत्या की वारदात अंजाम देना कबूल किया। उसने भतीजे गोविन्द गुर्जर व दीपक लुहार के साथ मिलकर 16 नवम्बर को नौरतमल जैन को अगवा करने के बाद मारपीट करते हुए कार में तोडफ़ोड़ कर दी। इसके बाद वह उसको अचेतावस्था में छोड़ फरार हो गए।
परिजन ने जताया था संदेह थानाप्रभारी सुनील बेड़ा ने बताया कि नौरतमल जैन और आरोपी प्रभूलाल गुर्जर के बीच भूमि को लेकर विवाद चल रहा था। कुछ साल पहले प्रभूलाल पर भी हमला हुआ था, जिसमें उसके गंभीर चोट आई थी। उसे संदेह था कि हमला नौरतमल जैन ने कराया है। भतीजे गोविन्द गुर्जर व दीपक लुहार के साथ षडय़ंत्र रचकर सबक सिखाने के इरादे से 15 नवम्बर रात गोपाल भट्टा रोड स्थित फार्म हाउस से लौट रहे नौरतमल की कार पर हमला किया। शीशा तोडऩे के बाद आरोपी नौरतमल को उसकी कार में पटककर 26 मील रोड स्थित पालिका के ट्रेचिंग ग्राउंड के पीछे लेकर गए। यहां सुनसान सड़क पर घायल नौरतमल को पटक उसकी कार लेकर रवाना हो गए। भीलवाड़ा राजमार्ग से उनियारा मेगा हाइवे पर विजय गौशाला के पास कार लावारिस हाल में छोड़कर फरार हो गए। भू-कारोबारी की 16 नवम्बर की सुबह शव मिलने के बाद परिजन ने प्रभूलाल गुर्जर पर संदेह जाहिर किया था।
टूटा मुख्य आरोपी
बेड़ा ने बताया कि वारदात के बाद पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप के आदेश पर जिला स्पेशल टीम, साइक्लोन सेल के साथ घटना से जुड़े तथ्यों की गहनता से पड़ताल की गई। पड़ताल में प्रभूलाल गुर्जर की भूमिका संदिग्ध नजर आई तो उससे गहनता से पड़ताल की गई। पड़ताल में प्रभूलाल टूट गया। उसने भतीजे गोविन्द गुर्जर, मित्र दीपक लुहार व एक अन्य साथी के साथ वारदात अंजाम देना कबूल किया।
बेड़ा ने बताया कि वारदात के बाद पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप के आदेश पर जिला स्पेशल टीम, साइक्लोन सेल के साथ घटना से जुड़े तथ्यों की गहनता से पड़ताल की गई। पड़ताल में प्रभूलाल गुर्जर की भूमिका संदिग्ध नजर आई तो उससे गहनता से पड़ताल की गई। पड़ताल में प्रभूलाल टूट गया। उसने भतीजे गोविन्द गुर्जर, मित्र दीपक लुहार व एक अन्य साथी के साथ वारदात अंजाम देना कबूल किया।