कॉलेज के निदेशक एस. एच. कुलकर्णी ने कहा कि भारतीय जल, थल और वायु सेना की शौर्य, साहस और पराक्रम के लिए दुनिया में अलग पहचान है। पूर्व में वायुसेना ने मेयो को विमान और थल सेना ने टैंक भेंट किया था।नौसेनाध्यक्ष लाम्बा ने पहले आईएनएस विराट का मॉडल और अब सी-हैरियर प्रदान किया है। यह मेयो के प्रति उनके लगाव और सामाजिक उत्तरदायित्व का द्योतक है। इस दौरान कैप्टन विशाल विश्नोई ने सी-हैरियर की खूबियों के बारे में बताया। अचलदीप दुबे ने धन्यवाद दिया।
शिक्षकों ने पहुंचाया शिखर पर एडमिरल लाम्बा ने अपनी मातृसंस्था को भी याद किया। उन्होंने कहा कि मेयो कॉलेज में बिताए पल और यहां की शिक्षा-दीक्षा का हमेशा ऋणी रहूंगा। उस दौर के शिक्षकों की सीख, अनुशासन और संस्कारों ने ही शिखर तक पहुंचाया है। मैं मेयो के मौजूदा विद्यार्थियों से भी यही उम्मीद करूंगा। जीवन में माता-पिता और गुरुओं के बताए मार्ग और ज्ञान से ही सफलता पाई जा सकती है।
नहीं खेलें पबजी.. कैप्टन विश्नोई ने मेयो कॉलेज और मेयो गल्र्स स्कूल के छात्र-छात्राओं के सवालों के जवाब दिए। विद्यार्थियों ने उनसे आर्मी, नेवी, एयरफोर्स में कॅरियर की बातें पूछी। एक सवाल के जवाब में विश्नोई ने कहा कि पबजी और अन्य गेम्स से आपको दूर रहना चाहिए। तभी जीवन में लक्ष्य तक पहुंच सकेंगे।