फैक्ट फाइल – 1500 के करीब शहर में कपड़ा व्यवसायी
– 400-600 के बीच महिला परिधान की दुकानें – 600-800 के बीच रेडिमेड और फैब्रिक शॉप्स दीपावली सबसे बड़ा त्योहार होने के कारण इस पर घर-परिवारों में कपड़ों की खरीदारी का सर्वाधिक क्रेज होता है। इसमें बच्चों से लेकर बुर्जुगों तक के लिए शॉपिंग होती है। कोरोना संक्रमण के चलते कई माह से घरों में कपड़ों आदि की खरीद बंद रहने से त्योहारी सीजन में अच्छी बिक्री की उम्मीद जताई जा रही है।
अच्छे व्यवसाय की आस
दीपावली के बाद कपड़ों की सर्वाधिक खरीदारी शादी-विवाह के लिए होती है। देवउठनी ग्यारस के बाद से ही शादी-विवाह प्रारंभ हो जाएंगे। ऐसे में वस्त्र व्यवसायी मार्केट में अच्छे उठाव की आस लगाए हुए हैं। इसके चलते शेरवानी आदि की एडवांस बुकिंग भी प्रारंभ हो गई है।
इन क्षेत्रों में दुकानें शहर के नया बाजार, पुरानी मंडी, डिग्गी बाजार, दरगाह बाजार, मदार गेट, चूड़ी बाजार, पड़ाव, वैशाली नगर सहित कई अन्य क्षेत्रों में कपड़े की दुकानें हैं।