डॉ. यादव ने कहा कि एनसीसी सदैव अनुशासन, राष्ट्रीय सेवा की सीख देती है। कैडेट्स को सैन्य प्रशिक्षण के अलावा समाजपयोगी कार्यों के प्रति दिशा बोध कराती है। स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में संचालित एनसीसी यूनिट कैडे्टस को बेहतरीन कॅरियर विकल्प भी दे रही हैं। इस दौरान प्राचार्य डॉ. प्रतिभा यादव ने एनसीसी को भी कैडेट्स को मेहनत करने की सीख दी। 11 राज एनसीसी बटालियन के लेफ्टिनेंट कर्नल लखविंदर सिंह और 2 राज नेवल एनीसीसी के कैप्टन रिपुदमनसिंह सूद ने भी विचार व्यक्त किए।
कैप्टन डॉ. मनोज यादव ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान कैडेट्स के लिए परेड, ड्रिल, वाद विवाद व आशु भाषण प्रतियोगिता भी कराई गई। कैडेट्स को राइफल खोलने व बंद करने, राइफल चलाने एवं सशस्त्र परेड का प्रशिक्षण दिया गया। समारोह में कैडेट्स ने राजस्थानी नृत्य, गीत पेश किए। लेफ्टिनेंट डॉ. मीनाक्षी गहलोत, लेफ्टिनेंट डॉ.एस.के. अरोड़ा, सब लेफ्टिनेंट विनय कुमार मौजूद रहे।
बार-बार नहीं होगी जांच, शुरू होगा वन टाइम वेरिफिकेशन रक्तिम तिवारी/अजमेर. भर्ती परीक्षाओं में बार-बार दस्तावेज जांचने और पुलिस प्रमाणीकरण का झंझट खत्म हो सकता है। सीएम अशोक गहलोत ने बजट घोषणा में वन टाइम वेरिफिकेशन की घोषणा की है। इससे राजस्थान लोक सेवा आयोग की परीक्षाएं देने वाले अभ्यर्थियों को काफी सहूलियत मिलेगी।
आयोग आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती परीक्षा सहित कॉलेज लेक्चरर, स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा, कृषि, कारागार, चिकित्सा शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, कनिष्ठ लिपिक, लेब टेक्निशियन, कनिष्ठ लेखाकार और अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं कराता है। इनके लिए अभ्यर्थी ऑनलाइन फार्म भर फीस जमा कराते हैं। मौजूदा वक्त परीक्षाओं मे कामयाब अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच साक्षात्कार अथवा काउंसलिंग में होती है। इसके लिए अभ्यर्थियों को मूल शैक्षिक, सह शैक्षिक दस्तावेज और इनकी फोटो कॉपी लानी पड़ती है।