इस बार उर्दू में भी पेपर सीबीएसई पहली बार उर्दू भाषा में भी नीट का पेपर तैयार करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने इस्लामिक स्टूडेंट यूनियन की याचिका के बाद पिछले साल यह आदेश दिए थे। मालूम हो कि नीट का पेपर अंग्रेजी अैार हिंदी सहित अन्य भारतीय भाषाओं में भी आता है। इस बार करीब १४ लाख विद्यार्थियों ने नीट के फार्म भरे हैं।
पहले होता था एआईपीएमटी
देश में वर्ष 2015 कर अखिल भारतीय प्री. मेडिकल टेस्ट परीक्षा का आयोजन होता था। वर्ष 2015 में मई में आयोजित एआईपीएमटी में हाइटेक नकल उजागर हुई। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीएसई को जुलाई में यह परीक्षा दोबारा करानी पड़ी। लेकिन बोर्ड ने घटना से सबक लेते हुए परीक्षा का प्रारूप और नाम बदल दिया। अब यह परीक्षा नीट के नाम से कराई जाती है।
देश में वर्ष 2015 कर अखिल भारतीय प्री. मेडिकल टेस्ट परीक्षा का आयोजन होता था। वर्ष 2015 में मई में आयोजित एआईपीएमटी में हाइटेक नकल उजागर हुई। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीएसई को जुलाई में यह परीक्षा दोबारा करानी पड़ी। लेकिन बोर्ड ने घटना से सबक लेते हुए परीक्षा का प्रारूप और नाम बदल दिया। अब यह परीक्षा नीट के नाम से कराई जाती है।
सामान ले जाने पर प्रतिबंध
नीट परीक्षा में पिछले साल की तरह विद्यार्थियों पर कई पाबंदी रहेगी। विद्यार्थी मोबाइल, केलक्यूलेटर, ज्योमेट्री बॉक्स, पैन, रबर, पैंसिल, घड़ी, चूड़ी, ईयर रिंग, कड़ा, अंगूठी, बैल्ट, सोने-चांदी की चेन अथवा कोई सामान नहीं ले पाएंगे। परीक्षा केंद्र में जाने से पहले मेटल डिटेक्टर से जांच की जाएगी। केंद्रों पर यह सामान बाहर ही रखना जरूरी होगा। इसके बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जाएगा।
नीट परीक्षा में पिछले साल की तरह विद्यार्थियों पर कई पाबंदी रहेगी। विद्यार्थी मोबाइल, केलक्यूलेटर, ज्योमेट्री बॉक्स, पैन, रबर, पैंसिल, घड़ी, चूड़ी, ईयर रिंग, कड़ा, अंगूठी, बैल्ट, सोने-चांदी की चेन अथवा कोई सामान नहीं ले पाएंगे। परीक्षा केंद्र में जाने से पहले मेटल डिटेक्टर से जांच की जाएगी। केंद्रों पर यह सामान बाहर ही रखना जरूरी होगा। इसके बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जाएगा।
कई राज्यों ने अपनाई नीट
पहले देश के अन्य अधिकांश राज्य अपनी-अपनी प्री.मेडिकल टेस्ट परीक्षा भी कराते थे। यह परीक्षा राज्य स्तरीय मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए होती। अब राजस्थान सहित कई राज्य नीट को अपना चुके हैं। इसी परीक्षा के माध्यम से सभी मेडिकल कॉलेज मेें दाखिले होते हैं। कुछेक राज्य अभी भी प्रदेश स्तरीय मेडिकल प्रवेश परीक्षा कराते हैं।
पहले देश के अन्य अधिकांश राज्य अपनी-अपनी प्री.मेडिकल टेस्ट परीक्षा भी कराते थे। यह परीक्षा राज्य स्तरीय मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए होती। अब राजस्थान सहित कई राज्य नीट को अपना चुके हैं। इसी परीक्षा के माध्यम से सभी मेडिकल कॉलेज मेें दाखिले होते हैं। कुछेक राज्य अभी भी प्रदेश स्तरीय मेडिकल प्रवेश परीक्षा कराते हैं।