मेडिकल कॉलेज के संबद्ध जेएलएन अस्पताल की आपातकालीन इकाई पर करीब साढ़े चार करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। प्रथम चरण में करीब ढाई करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। पुराने भवनों में करोड़ों खर्च करने की बजाय बेहतर होता कि एक नई विंग का निर्माण कर भूतल पर आपातकालीन इकाई एवं इससे ऊपर अन्य विभाग या स्पेशलिटी सेवाओं का शुरू करने के लिए एक या दो विभागों के लिए जगह उपलब्ध हो जाती। राज्य सरकार की ओर से करोड़ों का बजट मिलते ही कॉलेज एवं अस्पताल प्रशासन ने भी पुराने निर्माण में बदलाव, मरम्मत कर नया रूप दिया जा रहा है। जिस तरह मेडिसिटी का प्लान तैयार किया जा रहा तो करोड़ों रुपए खर्च करने के लिए भी प्लान किया जाना था।
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मल्टी स्टोरी के रूप में तैयार हो अब नई विंग : एमसीआई के मापदण्ड अनुसार सुविधाओं के विस्तार जहां किया जा रहा है वहीं शहर के मध्य जेएलएन अस्पताल में मल्टी स्टोरी के रूप में नई विंग बनाकर नए सिरे से विस्तार किया जाना चाहिए। अगर मेडिसिटी के लिए सरकार की हरी झंडी मिलती है तो करोड़ों की योजनाओं के प्लान में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।
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हर्ष गुप्ता का पोस्टर शामिल
अजमेर. इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हैरीटेज (इन्टेक) मुख्यालय नई दिल्ली की ओर से आयोजित अखिल भारतीय पोस्टर प्रतियोगिता में चयनित सौ उत्कृष्ट पोस्टर में अजमेर की एच.के.एच. पब्लिक स्कूल के छात्र हर्ष गुप्ता का पोस्टर सम्मलित किया गया। इन्टेक अजमेर चैप्टर के संयोजक महेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि कक्षा छह से नो तक के बच्चों के लिए आयोजित यह प्रतियोगिता अजमेर के द टर्निंग पोइंट स्कूल परिसर में हुई। इसमें 182 बच्चों ने पोस्टर बनाए। देश भर में 13500 बच्चों ने भाग लिया। गत वर्ष भी हर्ष को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया गया। इन्टेक अजमेर चेप्टर भी हर्ष का अलग से सम्मान करेगी।