वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को जोन एक में बाघिन सुल्ताना के साथ नजर आए दोनों शावकों की उम्र करीब दस माह के आसपास है। गौरतलब है कि पहली बार रणथम्भौर के अमरेश्वर वन क्षेत्र में अक्टूबर 2020 में रणथम्भौर के अमरेश्वर वन क्षेत्र में दो शावकों के साथ वन विभाग के फोटो ट्रैप कैमरे में कैद हुई थी।
अब तक इस क्षेत्र में था विचरण
अब तक इस क्षेत्र में था विचरण
वन विभाग के अनुसार अब तक बाघिन सुल्ताना के शावकों का विचरण आम तौर पर रणथम्भौर के आमाघाटी व झूमर बावडी वन क्षेत्र में ही रहता था। शावकों से जन्म के बाद से ही शावक मां के साथ अब तक केवल अमरेश्वर, झूमर बावड़ी व आमाघाटी वन क्षेत्र में ही वन विभाग के फोटो ट्रैप कैमरोंं में कैद हुए थे। मंगलवार को पहली बार बाघिन टी-107 जोन एक में शावकों के साथ नजर आई है।
पर्यटक हुए गद्गद्
पर्यटक हुए गद्गद्
रणथम्भौर के जोन एक में मंगलवार को शाम की पारी में जोन एक में सुल्तानपुर वन क्षेत्र के पास भ्रमण पर गए पर्यटकों को बाघिन शावकों के साथ चहलकदमी करती नजर आई। बाघिन की शावकों के साथ अठखेलियां देखकर पर्यटक गद्गद् हो गए। पर्यटकों ने यह नजारा कैमरों में भी कैद किया।
बाघिन टी-107 मंगलवार को शावकों के साथ जोन एक में नजर आई है। यह बाघिन की टेरेटरी का हिस्सा है। इसमें कुछ खास नहीं है। हालांकि यह पर्यटन के लिहाज से सुखद खबर है।
बाघिन टी-107 मंगलवार को शावकों के साथ जोन एक में नजर आई है। यह बाघिन की टेरेटरी का हिस्सा है। इसमें कुछ खास नहीं है। हालांकि यह पर्यटन के लिहाज से सुखद खबर है।
– संजीव शर्मा, उपवन संरक्षक, रणथम्भौर बाघ परियोजना, सवाईमाधोपुर।