सीकर जिला पुलिस के एएसपी देवेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि संजू देवी पत्नी उमेश कुमार निवासी ख्ेातड़ी, झुंझुनूं हाल तारपुरा सीकर, अमित कुमार उर्फ कन्हैया पुत्र महिपाल, मधुर कुमार पुत्र महीपाल निवासी अकबरपुर, सहारनपुर उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि 18 सितम्बर को रात एक बजे पलासिया जोहड़े में स्कूटी के साथ शुभकरण पुत्र सांवरमल स्वामी निवासी बगड़ी लक्ष्मणगढ़ को जला दिया गया था। स्कूटी के नंबरों के आधार पर परिजन ने अधजले शव को देखकर पहचान की। वह लक्ष्मणगढ़ के खुड़ीबड़ी के मुकेश कुमार से स्कूटी मांग कर लाया था। घर से तारपुरा में बुआ के घर जाने के लिए आया था। परिजन ने हत्या की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की जांच की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तार कर लिया।
दूसरे प्रेमी से पड़ी रिश्तों में दरार
डीएसपी राजेश आर्य ने बताया कि शुभकरण का तारपुरा में बुआ के घर पर आना जाना था। उसके भतीजी संजू से तीन साल से संबंध थे। शुभकरण अक्सर घर पर आता था और घर की देखभाल भी करता था। दोनों के रिश्तों के बारे में उसकी मां को भी पता था। शुभकरण के एहसानों के कारण वह चुप थी। संजू पिछले कुछ दिनों से घर पर आई थी। संजू ड़ेढ साल पहले बीमारी का इलाज के लिए झाड़-फूंक कराने खेतड़ी में बाबा के पास गई थी। वहां पर झाड़ फूंक करने वाले अमित से पहचान हो गई। दोनों के बीच में संबंध बन गए। शुभकरण को अमित से संबधों के बारे में पता लग गया। उसने कई बार संजू को अमित से मिलने के लिए मना किया। संजू को यह बात चुभ गई। संजू ने अमित को पूरी बात कहीं। इसके बाद दोनों ने शुभकरण की हत्या करने की साजिश रची।
फुफेरी बहन ही स्कूटी पर पीछे बैठ जलाने ले गई
संजू ने ही शुभकरण को फोन कर घर बुलाया। उसने अमित को भी खेतड़ी से बुला लिया। अमित अपने सगे भाई मधुर को भी ले आया। अमित ने उसे बेहोश करने के लिए नशीली गोलियां दे दी। शुभकरण घर पर आया तो संजू ने उसे खाने में नशीली गोलियां डालकर खाना खिलाया। वह बेहोश हो गया। इस दौरान संजू ने पूरे परिवार को पड़ोस में भेज दिया। तब अमित और संजू दोनों उसे स्कूटी पर बैठा कर ले गए। संजू खुद स्कूटी पर उसे पकड़ ले गई थी। अमित का भाई मधुर बाइक को लेकर गया। पलासिया में सुनसान रास्ते में लेकर स्कूटी खड़ी कर दी। बाइक से पेट्रोल निकाल शुभकरण को जिंदा ही जला दिया।
सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल से खुला राज दादिया थानाधिकारी ब्रिजेश सिंह ने बताया कि वारदात के बाद पुलिस ने पिपराली रोड़ से लेकर आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरे खंगाले। मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली। कॉल डिटेल से संजू से बातचीत होने की बात सामने आई। साथ ही अमित से बात करने का पता लगा। उसका मोबाइल बंद मिला था। पुलिस ने संजू और उसकी मां से सख्ती से पूछताछ की तो दोनों बातों को घुमाने लगे। इसके बाद हत्याकांड का पूरा राज खुल गया। जांच के बाद पुलिस की टीम खेतड़ी, नारनौल और सहारनपुर भेजी गई।
12 किलोमीटर के दायरे में लगे फुटेज खंगाले
वारदात के बाद पुलिस प्रशासन सकते में आ गया। एएसपी देवेंद्र कुमार, डीएसपी राजेश आर्य मौके पर पहुंचे। डीएसटी प्रभारी अशोक चौधरी के साथ अलग-अलग टीम बनाई गई। टीम में एएसआई नवरंगलाल, हैडकांस्टेबल भंवरसिंह, राजेंद्र कुमार, कांस्टेबल, देवीलाल, दुर्गाप्रसाद, दिनेश, नेमीचंद, पुनीत, सुभाषचंद, हरीसिंह, विकास, हरीश व साइबर सैल से कांस्टेबल महेश, विकास, राकेश, अंकुश का सराहनीय योगदान रहा।