एसपी विकास शर्मा ने बताया कि नितेश हत्याकांड में फरार आरोपी चमार घाटी बालाजी मंदिर के पास रहने वाले आदित्य किशोर शर्मा उर्फ बिट्टू को गिरफ्तार कर लिया। इससे पूर्व आदित्य के दोस्त व हिस्ट्रीशीटर हरि लंगडा, मनोज यादव उर्फ देवेन्द्र यादव, गौतम सिंह, इसरार उर्फ कल्लू और इमरान को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस को अब मामले में इसरार के साथी आमिर की तलाश है।
वारदात में आदित्य की भूमिका आरोपी आदित्य किशोर शर्मा हिस्ट्रीशीटर हरि लंगडा पड़ोसी और अच्छे मित्र है। नवम्बर 2021 में हरि लंगडा जेल से बाहर आया तो मित्र व परिचितों को नितेश का सुराग लगाने के लिए कहा। नितेश की हत्या करने पर बड़ी ईनामी रकम देने की बात कही। हरि का एलान आदित्य ने दोस्त मनोज यादव को सुनाया। इधर नितेश नैन और मनोज मित्र थे। हिस्ट्रीशीटर की पत्नी को भगा ले जाने वाला नितेश दोस्त मनोज के सम्पर्क में था। इधर आदित्य ने मनोज को हरि लंगड़ा से मिलवा दिया।
-मनोज से मांगता था डे़ढ़ लाखपुलिस पड़ताल में आया कि आदित्य दोस्त मनोज से डेढ लाख मांगता था। मनोज काफी समय से वापस दे नहीं पा रहा था। उसने मनोज को हरि लगडा की ओर से 20 लाख रुपए सुपारी की जानकारी दी। बीस लाख की सुपारी में से 5 लाख रुपए मिलने पर आदित्य का डेढ़ लाख का कर्ज चुकता करने का षड़यंत्र मनोज के दिमाग में घर कर गया। आदित्य ने मनोज की हरि से मुलाकात करवा दी। मनोज की मुलाकात के लिए हरि लंगरा ने आदित्य को अतिरिक्त इनाम भी दिया। आदित्य ने मनोज व हरि को मिला षडयन्त्र में साथ देते हुए नितेश की हत्या करवा दी।
षड़यंत्र में भी शामिल जनवरी में हरि ने आदित्य, मनोज यादव व गौतम सिंह ने मिलकर यूपी के सुपारी किलर से नितेश नैन की हत्या का षड़यन्त्र रचा। उसने मनोज को हत्या की सुपारी के 20 लाख देना तय किया। एक लाख रूपए बतौर एडवांस दिए। मनोज ने पुराने साथी इटावा निवासी इसरार उर्फ कल्लू की मदद ली। मनोज ने पन्द्रह लाख में सौदा किया। फिर मनोज ने नितेश को हथियार दिलवाने के नाम पर 24 जनवरी को जयपुर बुलाया। यहां पर उसे सुपारी कीलर इसरार उर्फ कल्लू और उसके साथी को बतौर हथियार तस्कर मुलाकात करवाई। इसरार उसे आगरा, फिरोजाबाद से अवैध हथियार दिलाने के लिए साथ ले गया। फिर एक फरवरी को अपने साथी आमिर और इमरान के साथ मिलकर फिरोजाबाद में हत्या कर मकान के तहखाने में गढ्ढा खोदकर गाड़ दिया।