संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में यूरोलॉजी विभाग में स्पेशलिस्ट सेवाओं के चलते अजमेर जिले के साथ नागौर, भीलवाड़ा, टोंक, पाली, सिरोही, चित्तौडगढ़़, जालोर सहित अन्य जिलों से भी मरीज ऑपरेशन के लिए अजमेर पहुंचते हैं। सुपर स्पेशलिस्ट डॉ. रोहित अजमेरा से इलाज एवं ऑपरेशन के लिए अन्य जिलों से पहुंचने वाले मरीजों को यहां गर्मी में सबसे बड़ी परेशानी वातानुकूलित वार्ड (Air conditioned ward) नहीं होने से हो रही है। यहां वार्डों में एसी एवं कूलर की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। यहां तीन-चार कूलर भामाशाहों की ओर से लगाए गए मगर मेंटिनेंस के अभाव में वे बेकार हो गए। किसी में पंप खराब हो तो किसी में अन्य तकनीकी खामी के चलते ठंडी हवा तो दूर पंखे की हवा भी नसीब नहीं हो रही है।
यूरोलॉजी विभाग में मरीजों की स्थिति
300 मरीजों की ओपीडी हो रही है विभाग में 30 से 50 ऑपरेशन प्रति सप्ताह हो रहे हैं। भेजा 36 एसी का प्रस्ताव यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. रोहित अजमेरा की ओर से हाल ही में करीब 36 एसी लगाने का प्रस्ताव मेडिकल कॉलेज प्रिंसीपल एवं अधीक्षक को भेजा गया है। इस प्रस्ताव में मेल वार्ड, फिमेल वार्ड के साथ पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में एसी लगाने का प्रस्ताव रखा गया है। अब अस्पताल व कॉलेज प्रशासन के पाले में गेंद है।
300 मरीजों की ओपीडी हो रही है विभाग में 30 से 50 ऑपरेशन प्रति सप्ताह हो रहे हैं। भेजा 36 एसी का प्रस्ताव यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. रोहित अजमेरा की ओर से हाल ही में करीब 36 एसी लगाने का प्रस्ताव मेडिकल कॉलेज प्रिंसीपल एवं अधीक्षक को भेजा गया है। इस प्रस्ताव में मेल वार्ड, फिमेल वार्ड के साथ पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में एसी लगाने का प्रस्ताव रखा गया है। अब अस्पताल व कॉलेज प्रशासन के पाले में गेंद है।