अजमेर

यूरोलॉजी विभाग में एसी न कूलर, ऑपरेशन पर भी पड़ रहा असर

यूरोलॉजी सुपरस्पेशलिस्ट होने के बावजूद सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवा पाया प्रशासन

अजमेरJun 19, 2019 / 11:38 am

Preeti

यूरोलॉजी विभाग में एसी न कूलर, ऑपरेशन पर भी पड़ रहा असर

यूरोलॉजी विभाग में एसी न कूलर, ऑपरेशन भी हो रहे हैं प्रभावित
अजमेर. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व संबद्ध अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग (Urology Department) आज भी सुविधाओं को तरस रहा है। यूरोलॉजी विभाग में स्थापित दो वार्डों में न तो एसी हैं न कूलर। कुछ कूलर भामाशाहों के सहयोग से लगाए गए मगर वे भी खराब हैं। हालात यह है कि बीते एक माह में भीषण गर्मी के दौरान कुछ मरीजों ने ऑपरेशन तक नहीं करवाए।

संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में यूरोलॉजी विभाग में स्पेशलिस्ट सेवाओं के चलते अजमेर जिले के साथ नागौर, भीलवाड़ा, टोंक, पाली, सिरोही, चित्तौडगढ़़, जालोर सहित अन्य जिलों से भी मरीज ऑपरेशन के लिए अजमेर पहुंचते हैं। सुपर स्पेशलिस्ट डॉ. रोहित अजमेरा से इलाज एवं ऑपरेशन के लिए अन्य जिलों से पहुंचने वाले मरीजों को यहां गर्मी में सबसे बड़ी परेशानी वातानुकूलित वार्ड (Air conditioned ward) नहीं होने से हो रही है। यहां वार्डों में एसी एवं कूलर की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। यहां तीन-चार कूलर भामाशाहों की ओर से लगाए गए मगर मेंटिनेंस के अभाव में वे बेकार हो गए। किसी में पंप खराब हो तो किसी में अन्य तकनीकी खामी के चलते ठंडी हवा तो दूर पंखे की हवा भी नसीब नहीं हो रही है।
 

cooler in Urology Department , impact on operation” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/06/19/2_4728235-m.jpg”>मरीज निजी अस्पतालों का कर रहे रुख

यूरोलॉजी विभाग में पथरी, प्रोस्टेट सहित अन्य ऑपरेशन के लिए मरीज गर्मी गुजरने का इंतजार करते हैं। मगर ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के ऑपरेशन का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। कई मरीज ऐसे हैं जो ऑपरेशन तो करवाना चाहते हैं मगर भर्ती के दौरान कूलर, एसी बंद होने की स्थिति में मन बदल लेते हैं। पिछले तीन-चार दिनों में ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं।
 

यूरोलॉजी विभाग में मरीजों की स्थिति
300 मरीजों की ओपीडी हो रही है विभाग में

30 से 50 ऑपरेशन प्रति सप्ताह हो रहे हैं।

 

भेजा 36 एसी का प्रस्ताव
यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. रोहित अजमेरा की ओर से हाल ही में करीब 36 एसी लगाने का प्रस्ताव मेडिकल कॉलेज प्रिंसीपल एवं अधीक्षक को भेजा गया है। इस प्रस्ताव में मेल वार्ड, फिमेल वार्ड के साथ पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में एसी लगाने का प्रस्ताव रखा गया है। अब अस्पताल व कॉलेज प्रशासन के पाले में गेंद है।
 

 
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.