सुबह से आसमान पर काले बादलों ने आसमान पर चादर तानी है। मंद-मंद हवा चलने से मौसम सामान्य है। आधा अगस्त बीतने को है। लेकिन मानसून रूठा हुआ है। बादलों ने बरसने के बजाय चुप्पी ओढ़ रखी है। शहर के वैशाली नगर, पंचशील, माकड़वाली रोड,आगरा गेट, नसीराबाद रोड, धौलाभाटा, जयपुर रोड, आदर्श नगर, पुष्कर रोड सहित किसी इलाके में बरसात नहीं हुई।
तीन दिन से नहीं बरसात
बीते मंगलवार को शहर के कुछ इलाकों में टपका-टपकी हुई थी। इससे खास फर्क नहीं पड़ा। कई इलाकों में तो सात दिन से बरसात नहं हुई है। मौसम विभाग ने 1 जून से अब तक 306.8 मिलीमीटर बरसात दर्ज की है।
बीते मंगलवार को शहर के कुछ इलाकों में टपका-टपकी हुई थी। इससे खास फर्क नहीं पड़ा। कई इलाकों में तो सात दिन से बरसात नहं हुई है। मौसम विभाग ने 1 जून से अब तक 306.8 मिलीमीटर बरसात दर्ज की है।
इंद्रदेव को नहीं आ रहा तरस
शहर में साल 2019 की तरह मानसून मेहरबान नहीं हुआ है। पिछले साल 15 अगस्त तक अजमेर सहित जिले भर में छोटे-बड़े तालाबों, एनिकटों में पानी की आवक हो चुकी थी। इस बार बीती जुलाई से 13 अगस्त तक पांच-छह बार ही तेज बरसात ने भिगोया है। सरवाड़, भिनाय, नसीराबाद, पीसांगन, मांगलियवास, पुष्कर, किशनगढ़, अरांई, कायड़, लोहागल, गगवाना, घूघरा और अन्य गांवों में भी खास बरसात नहीं हुई है।
शहर में साल 2019 की तरह मानसून मेहरबान नहीं हुआ है। पिछले साल 15 अगस्त तक अजमेर सहित जिले भर में छोटे-बड़े तालाबों, एनिकटों में पानी की आवक हो चुकी थी। इस बार बीती जुलाई से 13 अगस्त तक पांच-छह बार ही तेज बरसात ने भिगोया है। सरवाड़, भिनाय, नसीराबाद, पीसांगन, मांगलियवास, पुष्कर, किशनगढ़, अरांई, कायड़, लोहागल, गगवाना, घूघरा और अन्य गांवों में भी खास बरसात नहीं हुई है।
जिले में राजियावास, मूंडोती, नाहर सागर पिपलाज,ताज सरोवर अरनिया, पारा प्रथम और द्वितीय, फूलसागर कायड़, बीर, बिसून्दनी, मदन सरोवर धानवा और अन्य जलाशयों में पर्याप्त पानी नहीं आया है। 20 तक भरें परफॉरमेंस सुधार और सप्लीमेंट्री परीक्षा फॉर्म
अजमेर. सीबीएसई की सप्लीमेंट्री और परफॉरमेंस सुधार परीक्षा के फॉर्म भरने शुरू हो गए हैं। बारहवीं और दसवीं के विद्यार्थी 20 अगस्त तक ऑनलाइन फॉर्म भर सकेंगे। नियमित विद्यार्थी स्कूल और स्वयंपाठी विद्यार्थी वेबसाइट से फॉर्म भर सकेंगे। बोर्ड सितंबर या इसके बाद परीक्षा कराएगा।