साल में दो बार होती है गिरदावरी
वर्ष में दो बार गिरदावरी होती है। एक बार रबी तथा दूसरी बार खरीफ की फसल की गिरदावरी होती है। इसके बाद फसल उत्पादन तथा नुकसान का आकलन होता है। उसके बाद काश्तकार को खराबे का मुआवजा दिया जाता है। गिरदावरी के आंकड़ों में भिन्नता तथा वास्तविकता का भी अभाव जिसे ग्राउंड ट्रूथिंग से सुुधारा जा सकेगा। राज्य में पटवारियों की संख्या करीब 11 हजार है। करीब 8 साल पहले इन्हें सीयूजी प्लान के साथ मोबाइल फोन उपलब्ध करवाए गए थे। अब इन्हें पुन: स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाने होंगे।
वर्ष में दो बार गिरदावरी होती है। एक बार रबी तथा दूसरी बार खरीफ की फसल की गिरदावरी होती है। इसके बाद फसल उत्पादन तथा नुकसान का आकलन होता है। उसके बाद काश्तकार को खराबे का मुआवजा दिया जाता है। गिरदावरी के आंकड़ों में भिन्नता तथा वास्तविकता का भी अभाव जिसे ग्राउंड ट्रूथिंग से सुुधारा जा सकेगा। राज्य में पटवारियों की संख्या करीब 11 हजार है। करीब 8 साल पहले इन्हें सीयूजी प्लान के साथ मोबाइल फोन उपलब्ध करवाए गए थे। अब इन्हें पुन: स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाने होंगे।
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अजमेर. भारतीय जीवन बीमा निगम को शेयर बाजार में सूचीबद्व करने के बजट फैसले के खिलाफ मंगलवार को बीमा कर्मियों ने एक घंटे का कार्य बहिष्कार किया। निगम के अलवर गेट स्थित मंडल कार्यालय के बाहर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन के पूर्व उपायक्ष भगवान स्वरुप शर्मा ने कहा कि एलआईसी का आईपीओ राष्ट्रहित में नहीं है। यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक सिद्व होगा। मंडल सचिव सुनीत कुमार पुट्टी ने कहा कि एलआईसी का निजीकरण किया जा रहा है जो आमजन और बीमाधारकों के साथ धोखा है। उन्होने कहा कि मुनाफे में चल रही एल आई सी को निजी हाथों में सौंपने का निर्णय उचित नहीं है। इस अवसर पर सुनीलदत्त शर्मा, अपारसिंह कलसी,डी एल त्रिपाठी,वीरेन्द्र यादव, प्रदीप कृपलानी, उमेश उपाध्याय, संजीव खन्ना, नरेश रावलानी, ललित मोहन मोयल, अनूप आहूजा, दिनेश बंधीवाल सहित अन्य पदाधिकारी एवं बीमाकर्मी मौजूद थे।
अजमेर. भारतीय जीवन बीमा निगम को शेयर बाजार में सूचीबद्व करने के बजट फैसले के खिलाफ मंगलवार को बीमा कर्मियों ने एक घंटे का कार्य बहिष्कार किया। निगम के अलवर गेट स्थित मंडल कार्यालय के बाहर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन के पूर्व उपायक्ष भगवान स्वरुप शर्मा ने कहा कि एलआईसी का आईपीओ राष्ट्रहित में नहीं है। यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक सिद्व होगा। मंडल सचिव सुनीत कुमार पुट्टी ने कहा कि एलआईसी का निजीकरण किया जा रहा है जो आमजन और बीमाधारकों के साथ धोखा है। उन्होने कहा कि मुनाफे में चल रही एल आई सी को निजी हाथों में सौंपने का निर्णय उचित नहीं है। इस अवसर पर सुनीलदत्त शर्मा, अपारसिंह कलसी,डी एल त्रिपाठी,वीरेन्द्र यादव, प्रदीप कृपलानी, उमेश उपाध्याय, संजीव खन्ना, नरेश रावलानी, ललित मोहन मोयल, अनूप आहूजा, दिनेश बंधीवाल सहित अन्य पदाधिकारी एवं बीमाकर्मी मौजूद थे।