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अब मोबाइल एप से होगा फसल खराबे का आकलन

locationअजमेरPublished: Feb 05, 2020 04:58:54 pm

Submitted by:

Preeti

वास्तविक आधार पर होगी गिरदावरी,
केन्द्र सरकार ने दिए निर्देश, राज्य स्तर पर चल रही है तैयारी

ajmer

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अजमेर. राज्य में किसानों की फसलों के खराबे का आकलन अब वास्तविकता के आधार पर होगा। खराबे का आकलन फसल गिरदावरी से होता रहा है लेकिन अब खराबे का आधार गिरदावरी के स्थान पर ग्राउंड ट्रूथिंग से होगा। इसके लिए गिरदावरों को स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाए जाएंगे। मोबाइल एप के जरिए गिरदावरी के लिए पटवारी को खेत पर जाकर वास्तविक डाटा फीड करना होगा, जिससे असली खराबे का आकलन हो सकेगा।केन्द्र सरकार इसके लिए हाइटेक तकनीक अपनाने जा रही है। केन्द्र के निर्देश के बाद इसके लिए राज्य स्तर पर तैयार शुरू हो गई है। राजस्व ग्रुप (1) ने इसके लिए 6 फरवरी को जयपुर में इसके लिए बैठक बुलाई है। बैठक में इसकी रूपरेखा तय की जाएगी।
साल में दो बार होती है गिरदावरी
वर्ष में दो बार गिरदावरी होती है। एक बार रबी तथा दूसरी बार खरीफ की फसल की गिरदावरी होती है। इसके बाद फसल उत्पादन तथा नुकसान का आकलन होता है। उसके बाद काश्तकार को खराबे का मुआवजा दिया जाता है। गिरदावरी के आंकड़ों में भिन्नता तथा वास्तविकता का भी अभाव जिसे ग्राउंड ट्रूथिंग से सुुधारा जा सकेगा। राज्य में पटवारियों की संख्या करीब 11 हजार है। करीब 8 साल पहले इन्हें सीयूजी प्लान के साथ मोबाइल फोन उपलब्ध करवाए गए थे। अब इन्हें पुन: स्मार्ट फोन उपलब्ध करवाने होंगे।
यह भी पढ़ें : बीमा कर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार

एलआईसी की हिस्सेदारी बेचने पर रोष
अजमेर. भारतीय जीवन बीमा निगम को शेयर बाजार में सूचीबद्व करने के बजट फैसले के खिलाफ मंगलवार को बीमा कर्मियों ने एक घंटे का कार्य बहिष्कार किया। निगम के अलवर गेट स्थित मंडल कार्यालय के बाहर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन के पूर्व उपायक्ष भगवान स्वरुप शर्मा ने कहा कि एलआईसी का आईपीओ राष्ट्रहित में नहीं है। यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक सिद्व होगा। मंडल सचिव सुनीत कुमार पुट्टी ने कहा कि एलआईसी का निजीकरण किया जा रहा है जो आमजन और बीमाधारकों के साथ धोखा है। उन्होने कहा कि मुनाफे में चल रही एल आई सी को निजी हाथों में सौंपने का निर्णय उचित नहीं है। इस अवसर पर सुनीलदत्त शर्मा, अपारसिंह कलसी,डी एल त्रिपाठी,वीरेन्द्र यादव, प्रदीप कृपलानी, उमेश उपाध्याय, संजीव खन्ना, नरेश रावलानी, ललित मोहन मोयल, अनूप आहूजा, दिनेश बंधीवाल सहित अन्य पदाधिकारी एवं बीमाकर्मी मौजूद थे।
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