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इधर गर्मी की मार, उधर बिजली कर रही बेचैन

locationअजमेरPublished: Apr 23, 2019 01:01:53 am

Submitted by:

dinesh sharma

बिजली की आंख-मिचौनी से घरेलू उपभोक्ता ही नहीं बल्कि अन्य सरकारी संस्थानों का कामकाज भी हो रहा प्रभावित

now heat hit

इधर गर्मी की मार, उधर बिजली कर रहे बेचैन

मदनगंज-किशनगढ़ (अजमेर).

नगर के गांधीनगर क्षेत्र में बार-बार बिजली गुल होने से परेशानी बनी हुई है। इससे केवल घरेलू विद्युत उपभोक्ता ही नहीं बल्कि अन्य सरकारी संस्थानों का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। इस क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति के लिए लक्ष्मीनगर जीएसएस का कार्य अभी तक पूरा नहीं होने से क्षेत्रवासियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

गांधीनगर क्षेत्र में बिजली गुल होने की परेशानी बनी हुई है। रूपनगढ़ रोड से लेकर मालियों की ढाणी, नए रेलवे स्टेशन तक और बजरंग कॉलोनी एवं आसपास के बड़े क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति में बार-बार बाधा आती है। बार-बार बिजली गुल होने से दर्जनों कॉलोनियों के क्षेत्रवासियों को परेशानी होती है।
इससे रखरखाव में भी परेशानी होती है। विद्युत फीडर लंबे होने के कारण विद्युत तंत्र का रखरखाव करने और आपूर्ति में बाधा दूर करने में परेशानी होती है। इस समस्या को दूर करने के लिए साल भर पहले लक्ष्मीनगर जीएसएस का कार्य शुरू हुआ था जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इससे गर्मियों में यह समस्या बढ़ गई है। गर्मी में बार-बार बिजली गायब होने से उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ती है।
अन्य जीएसएस का कार्य पूरा

नगरीय क्षेत्र के अन्य जीएसएस का कार्य पूरा हो चुका है और विद्युत आपूर्ति भी शुरू हो चुकी है। वहीं यह जीएसएस अभी भी दिखावटी ही बना हुआ है। इस पर विद्युत निगम की ओर से ५-५ एमवीए क्षमता के दो ट्रांसफार्मर भी लगाए हुए महीना भर हो चुका है फिर भी इससे विद्युत आपूर्ति शुरू नहीं हो रही है।
लगभग 4500 उपभोक्ता प्रभावित

गांधीनगर क्षेत्र में वर्तमान में मार्बल एरिया स्थित जीएसएस से विद्युत आपूर्ति होती है। 24 एमवीए क्षमता के इस जीएसएस पर मार्बल एरिया का भी लोड है। इस जीएसएस से नए रेलवे स्टेशन तक विद्युत आपूर्ति होती है। विद्युत फीडर लंबे होने से बार-बार बिजली गुल होती है।
इससे गांधीनगर क्षेत्र के लगभग 4500 उपभोक्ताओं को परेशान होती है। साथ ही जलदाय विभाग के पंप हाउसों का संचालन भी प्रभावित होता है।

33 केवी केबल का कार्य बाकी


इस जीएसएस को रामनेर ढाणी स्थित 220 केवी जीएसएस से जोड़ा जाना है। इसका अधिकतर कार्य पूरा हो चुका है लेकिन हाइवे के नीचे से केबल बिछाए जाने का कार्य अभी बाकी है। विद्युत निगम की ओर से इसके लिए राशि भी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को जमा कराई जा चुकी है। यह कार्य पूरा होने पर ही इस जीएसएस को चालू किया जा सकेगा।
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