पानी निकासी क्यों नहीं? वहीं इस मामले में कई पार्षदों सहित आयुक्त ने आशंका जताई है कि किसी ने जान-बूझकर नाले जाम किए हैं, जिस वजह से पानी की निकासी अवरुद्ध हो गई है। पार्षद हरविंद्र सिंह पांडे ने नगर परिषद आयुक्त से मिलकर चेतावनी दी कि पांच दिन हो गए हैं और गंदे पानी की निकासी के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं। मजबूरन रविंद्र पथ पर उन्हें शनिवार को जाम लगाना पड़ेगा। वहीं पार्षद प्रदीप चौधरी व विक्की सिवान ने आयुक्त से कहा कि सीवरेज का पानी सड़कों पर आ गया है, जिस वजह से हालात बहुत ही खराब हैं। चौधरी ने तत्कालीन स्वास्थ्य अधिकारी की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इनकी लापरवाही से आज शहर के अधिकांश नालों की पूरी तरह से सफाई नहीं हुई है। इस कारण शहर की हालत बदहाल बनी हुई है।
कहां गई नाला गैंग?
पार्षद मनीराम स्वामी ने कहा कि शहर में पहले नालों की सफाई के लिए 50 व्यक्तियों की नाला गैंग होती थी, लेकिन अब वो गैंग कहां है? इसी कारण समस्या आ रही है। गंदे पानी की निकासी के लिए परिषद कोशिश कर रही है, लेकिन पार नहीं पड़ रही है। स्वामी ने कहा कि नगर परिषद टैंकरों से गंदा पानी का उठाव, एक्सकेवेटर मशीन से नालों की सफाई और गड्ढ़ो की डिसिल्टिंग के नाम पर लाखों रुपए की राशि प्रतिदिन उठाई जा रही है, लेकिन मौके पर काम हो ही नहीं रहा है।
हो सकती है कारस्तानी
नगर परिषद आयुक्त को कुछ पार्षदों ने बताया कि शहर में नाले यूं जाम नहीं होते हैं। यह नगर परिषद के सफाई कर्मियों की कोई कारस्तानी हो सकती है। नाले कहां पर जाम हैं, इसी कारण पता नहीं चल पा रहा है। इसके पीछे किसी प्रकार की साजिश की आंशका भी बताई जा रही है।
नगर परिषद आयुक्त को कुछ पार्षदों ने बताया कि शहर में नाले यूं जाम नहीं होते हैं। यह नगर परिषद के सफाई कर्मियों की कोई कारस्तानी हो सकती है। नाले कहां पर जाम हैं, इसी कारण पता नहीं चल पा रहा है। इसके पीछे किसी प्रकार की साजिश की आंशका भी बताई जा रही है।
चार टीमों ने किया दौरा
कबीर चौक-सहायक अभियंता मंगत सेतिया,उमेश भाटिया व सफाई निरीक्षक सुमेर सिंह।
बीरबल चौक व सुखाडिय़ा सर्किल-राजस्व अधिकारी मिल्खराज चुघ,सुनील सेठी,सफाई निरीक्षक अमनदीप भाटिया।
पुरानी आबादी एरिया- स्वास्थ्य अधिकारी, बंटी वाल्मीकि व सुनील भाटिया।
गोल बाजार एरिया-फायर ऑफिसर गौतमलाल व सफाई निरीक्षक राजकुमार व दयाराम।