वार्षिक परीक्षाओं के लिए विश्वविद्यालय प्रतिवर्ष नई कॉपियां छपवाता हैं। कॉपियां 70 लाख से 1 करोड़ रुपए तक होती हैं। इनका स्नातक और स्नातकोत्तर सहित सेमेस्टर परीक्षाओं में इस्तेमाल होता है। इसके अलावा पुराने स्टॉक से भी कॉपियों का भी इस्तेमाल किया जाता है। साल 2019 की परीक्षाओं के लिए विश्वविद्यालय को कॉपियां छपवानी हैं। इसमें स्नातक और स्नातकोत्तर विषयों के लिए 28 पेज और लॉ संकाय के लिए 38 पेज की कॉपियां शामिल हैं।
समिति के प्रस्ताव पर अड़ंगे
उत्तर पुस्तिकाएं छपाने के लिए हाल में मुख्य क्रय समिति की बैठक हुई। इसमें करीब 1 करोड़ रुपए से 20 लाख कॉपियां छपवाने का प्रस्ताव बनाया गया। यह कॉपियां राजस्थान सहकारी मुद्रणालय से छपाई जानी हैं। लेकिन कुछ अफसर बेवजह के अड़ंगे लगा रहे हैं। उन्होंने कुलपति अथवा कुलाधिपति स्तर से सक्षम सहमति, परीक्षा पूर्व इतनी कॉपियों की जरुरत और अन्य आपत्तियां उठाई हैं।
उत्तर पुस्तिकाएं छपाने के लिए हाल में मुख्य क्रय समिति की बैठक हुई। इसमें करीब 1 करोड़ रुपए से 20 लाख कॉपियां छपवाने का प्रस्ताव बनाया गया। यह कॉपियां राजस्थान सहकारी मुद्रणालय से छपाई जानी हैं। लेकिन कुछ अफसर बेवजह के अड़ंगे लगा रहे हैं। उन्होंने कुलपति अथवा कुलाधिपति स्तर से सक्षम सहमति, परीक्षा पूर्व इतनी कॉपियों की जरुरत और अन्य आपत्तियां उठाई हैं।
तो फाइल पर दें अपनी आपत्ति अफसरों की कार्यशैली पर कुलसचिव कार्यालय ने नाराजगी जताई है। प्रशासन ने कहा है, कि जिन अफसरों को प्रस्ताव पर आपत्ति है, वह फाइल पर अपनी आपत्ति दर्ज करा दें। इसकी रिपोर्ट राजभवन और सरकार को भिजवाई जाएगी। साथ ही परीक्षात्मक कार्य को बाधित करने की शिकायत भी भेजी जाएगी।