जमेर. बेशर्मी की हद हो गई। शहर में दिन ढलते ही कथित किन्नर सडक़ पर ‘गंदा काम’ शुरू कर देते हैं। हालात तो तब बदतर हो जाते है जब यह सब कुछ शहर के बीचोबीच सडक़ के किनारे खुलेआम हो, जहां से परिवार के साथ महिलाएं और बच्चे गुजरते हैं।
कुछ ऐसे दृश्य देखे गए गुरुवार रात साढ़े 10 बजे कचहरी रोड से डीआरएम ऑफिस मार्ग पर। यहां बंद बड़ी जर्जर इमारत के सामने देह व्यापार की मंडी सजी हुई थी। करीब 10 से 12 की संख्या में महिला परिधान में सजे-धजे कथित किन्नर खुलेआम देह व्यापार कर रहे थे। कभी चौपहिया वाहन रुकता तो कभी दुपहिया। युवक उतरते सौदेबाजी होती और जर्जर इमारत के अगल-बगल में शुरू हो जाता गंदा काम। इस दरमियान आते-जाते वाहनों की हैडलाइड से सबकुछ खुलेआम नजर आ रहा था। कुछ राहगीर चुपचाप गुजरते रहे तो कुछ यह सबकुछ देखने ठहर जाते। ठहरने वालों को कथित किन्नर तुरन्त आमंत्रण देते हैं। आमंत्रण स्वीकार नहीं करने वालों के साथ अभद्र व्यवहार कर चलता कर देते हैं। मामले में राजस्थान पत्रिका टीम मौके पर पहुंची और हालात देखकर पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप को बयान किए। एसपी के आदेश पर कोतवाली थाने से सहायक उप निरीक्षक व सिविल लाइन्स का सिग्मा दल पहुंचा। पुलिस के पहुंचते ही भगदड़ मच गई। खास बात यह रही कि पुलिस ने भी कथित किन्नरों को पकडऩे की बजाय लाठियां फटकार भगाना मुनासिब समझा।