कॉलर ने कंप्यूटर खरीदने की इच्छा जाहिर करते हुए बैंक खाते में 12000 रूपए ट्रांसफर करने की बात कही । कॉलर ने 5000 रूपए ट्रांसफर करने के बाद बाकी 7000 रूपए डालने के लिए कहा । लेकिन काफी देर तक रकम खाते में नहीं आई । फिर कॉलर में शेष रकम नया पेटीएम अकाउंट बना क्यूआर कोड मैसेज करने की बात कही । कॉलर की ओर से भेजे गए क्यूआर कोड को धर्मवानी की ओर से स्कैन करने के साथ ही आने की बजाय उसके खाते से पहले दो निकासी में 7-7 हजार , फिर 3 निकासी में 14 -14,000 और अंतिम निकासी में 5000 रूपए निकल गए।
आनाकानी के बाद दर्ज किया केस
धर्मवानी का कहना है कि ठगी की वारदात के बाद थाने पहुंचा लेकिन वहां मौजूद पुलिस अधिकारी ने उसकी शिकायत को तवज्जो नहीं देकर लौटा दिया। उसने मामले में पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप से गुहार लगाई एसपी के आदेश पर पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज किया गया।