कमेटी मान चुकी दोषी अप्रेल माह में राज्य सरकार द्वारा गठित कमेटी ने नक्शों को नियमों के विपरीत पास किया हुआ मानते हुए निगम की साधारण सभा द्वारा अनुमोदित/ स्वीकृत व्यावसायिक नक्शों को विधि विरुद्ध मानते हुए खारिज किए जाने की अनुशंषा की थी। कमेटी ने महापौर, उपायुक्त को साथ तत्कालीन सहायक व कनिष्ठ अभियंता को प्रथम दृष्टया दोषी बताया है। वहीं सम्भावित निलम्बन से बचाव के लिए महापौर धमेन्द्र गहलोत ने उच्च न्यायालय भी पहुंचे है।
एसीबी में चल रहा है मामला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बहुचर्चित 13 व्यावसायिक नक्शा प्रकरण राजस्थान पत्रिका की खबरों के आधार पर मामला दर्ज है। नगर निगम द्वारा नियम विरुद्ध पास किए गए 13 हाईप्रोफाइल व्यावसायिक नक्शों के मामले की जांच अब भष्ट्रचार निरोधकर ब्यूरो (एसीबी) ने शुरु कर दी है।
जारी हो चुकी है चार्जशीट अब तक इस मामले में अब तक एईएन दीपक कौशिक की प्रतिनियुक्ति निरस्त कर उन्हें निगम से हटा दिया गया जबकि जेईएन अंजुम अंसारी तथा रमेश चौधरी को एपीओ करते हुए निगम से हटाया गया था। उपायुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता सहित सभी अभियंताओं को चार्जशीट जारी की जा चुकी है। जांच कमेटी ने माना कि नगर निगम ने नियम विरुद्ध नक्शे पास करने के लिए आंख बंद कर के कार्रवाई की है और जानते-बूझते नक्शे पास कर दिए। अनियमितता महापौर के प्रसंज्ञान में होने के बाद भी इन पत्रावलियों के विधिक/ तकनीकी परीक्षण का कोई सद्भावित प्रयास नहीं किया गया। बल्कि जांच कमेटी को समाप्त कर दिया गया। साधारणसभा में नक्शों को लेकर पार्षदों को तथ्यात्मक जानकारी नहीं दी गई। पूर्व में की गई कार्रवाई को उचित ठहराया गया।
इनके नक्शों को लेकर है विवाद आशा देवी डिग्गी चौक , नारायण दास,विशनदास,गोपालदास, हीरानन्द लोहागल,उमराव कंवर आगरा गेट, अनूप कुवेरा, नीलत कुवेरा पुरानी मंडी,ललित गुप्ता,अनुसुईया गुप्ता, योगेश गुप्ता,माया गुप्ता,तरुण गुप्ता,रेखा गुप्ता, मनीष गुप्ता आशाख गुप्ता नई बस्ती रामगंज,रमेश हेमवानी ब्लू कैसल,मयंक खंडेलवाल,चारू खंडेलवाल केसरगंज, ईश्वरी देवी व अन्य केसरगंज,पूनम,मीना,ईश्वरी,नीता,नीलम केसरगंज,भगवान सिंह चौहान पुलिस लाइन,ओम प्रकाश माहेश्वरी रामगंज,नन्द लाल, रुकमणी,कमल, डॉ.सुंदर बालचंदानी दरगाह बाजार, सुनील सेठी महावीर सर्किल के नक्शों को लेकर विवाद है। नक्शे पास करने में फर्जीवाड़ा हुआ है। इसके लिए नियम कायदे ताक पर रख दिए गए। कई नक्शे से आवदेन से पहले ही पास हो गए। नक्शे पास करवाने में निगम कर्मियों तथा पार्षदों की भी भूमिका है।
इनका कहना है… जांच का निर्णय लिया गया है। आदेश दिए गए है। उज्जवल सिंह राठौड़,निदेशक एवं संयुक्त सचिव डीएलबी किस तरह की जांच के आदेश जारी हुए हैं मुझे इसकी जानकारी नहीं है। इसे देखने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा।
धर्मेन्द्र गहलोत, महापौर नगर निगम
धर्मेन्द्र गहलोत, महापौर नगर निगम