अजमेर के पुरानी मंडी स्थित सेन्ट्रल गर्ल्स उमावि की बारहवीं कला वर्ग की छात्रा फरहत मिर्जा ने अपने स्कूल के लिए रिकॉर्ड बनाया है। छात्रा फरहत मिर्जा ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि वह भविष्य में आईएएस बनना चाहती है। उसने बताया कि दसवीं तक की पढ़ाई उसने उस्मानिया ख्वाजा स्कूल में की। इसके बाद ग्यारहवीं से सेन्ट्रल गर्ल्स स्कूल में पढ़ाई की। छात्रा की माता इशरत मिर्जा स्नातक उत्तीर्ण हैं। वे घर पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती हैं।कम उम्र में पहुंची बारहवीं कक्षा में
मां इशरत मिर्जा ने बताया कि फरहत को पहली कक्षा में प्रवेश दिलाने के बाद पांचवीं एवं आठवीं कक्षा में प्रमोट करवाने से वह 12 साल की उम्र में ही बारहवीं में पहुंच गई। ऐसा इसलिए किया कि वह जल्दी ग्रेज्युएट होकर 21 साल की उम्र तक सिर्फ आईएएस की तैयारी कर पहले प्रयास में ही उत्तीर्ण हो सके। मां ने बताया कि आईएएस बनने का उसका भी सपना था लेकिन फार्म भरने के बावजूद पर पढ़ाई में समय नहीं दे सकी। तीन बेटियां हैं, जिन्हें अच्छी तालीम दिलाने व आईएस बनाने का सपना है।
शिक्षिकाओं ने करवाई मेहनत सेन्ट्रल गर्ल्स स्कूल की प्रधानाचार्या गीता जिरोतिया ने बताया कि सभी शिक्षिकाओं ने फरहत के साथ मेहनत की। कम उम्र की होने के चलते यह प्रयास था कि वह अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हो। रिजल्ट आने पर सभी ने खुशी भी जताई।