अजमेर के करीब 800 हैल्थ वर्कर कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की चपेट में आ चुके हैं। लेकिन लेकिन हैल्थ वर्कर्स काम के जुनून में 5 दिन में ठीक होकर अस्पताल, डिस्पेंसरी पहुंच फिर सेवा में जुटे हुए हैं। मित्तल हॉस्पिटल में भी कई संक्रमित हो चुके हैं।
हिम्मत के आगे संक्रमण पस्त चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के एपिडिमियोलॉजिस्ट मुकेश खोरवाल संक्रमित हो चुके हैं। इनके बाद पिछले चार दिनों से पत्नी संक्रमित हो गई। अब दोनों बच्चों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई लेकिन घर पर रहकर भी वे मरीजों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, लिस्टिंग कर जिले के चिकित्सकों तक प्रतिदिन रिपोर्ट पहुंचा रहे हैं। पत्रिका से बातचीत में उन्होंने बताया कि एक दिन भी काम में विलंब पर मरीजों तक दवाइयां नहीं पहुंचेंगी। सीएमएचओ से कॉर्डिनेशन रख पूरी रिपोर्टिंग कर रहे हैं। खाना भी उनके रिश्तेदार पहुंचा रहे हैं।
सीएमएचओ खुद संक्रमित, संभाला मोर्चा सीएमएचओ डॉ. के.के. सोनी खुद तीसरी लहर में भी संक्रमित हो गए। डायबिटीज के बावजूद खुद घर से ही पूरी मॉनिटरिंग कर रहे थे। चार-पांच दिन बाद फिर से पूरी कमान संभाल ली। डॉ. सोनी का मानना है कि संक्रमण के बावजूद उन्होंने सकारात्मक सोच के साथ काम किया। पूरी टीम को लगातार दिशा-निर्देश देते रहे। वीसी के जरिए चिकित्सकों से जुड़े रहे।
दो डिस्पेंसरी का पूरा स्टाफ हो चुका संक्रमित रामगंज एवं गुलाबबाड़ी डिस्पेंसरी के पूरे स्टाफ ने तीसरी लहर में संक्रमित होने के बावजूद काम में कमी नहीं आने दी। चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी, फार्मासिस्ट सभी ने संक्रमित होने के बाद तत्काल फिर से मोर्चा संभाल लिया।
जेएलएन अस्पताल में करीब 300 का स्टाफ संक्रमित तीसरी लहर में जेएलएन अस्पताल के करीब 300 हैल्थ वर्कर- चिकित्सक, नर्सिंगकर्मी, लैब टेक्निशियन, पैरामेडिकल स्टाफ संक्रमित हो चुके हैं। रेडियोग्राफी विभाग में करीब 20, मेडिसिन, अस्थि रोग, नेत्र रोग, मेडिसिन सहित अन्य विभागों में अधिक संक्रमित हुए हैं।